Thar पोस्ट न्यूज। लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए नुकसान पहुंचाने वाले अन्तराज्यी गिरोह का जिला पुलिस ओर डीएसटी ने पर्दाफाश करते हुए छ:सदस्यों को पकड़ा है। आज बीकानेर सदर थाने में हुई प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि व्यास कॉलोनी थानाधिकारी सुरेंद्र पचार के नेतृत्व में नागणेची मंदिर के पास छह लोगों को पकड़ा है। पकड़े गए युवक वल्लभ गार्डन निवासी 32 वर्षीय समर्थ सोनी, वल्लभ गार्डन निवासी 24 वर्षीय धर्म नारायण सिंह, सुदर्शना नगर निवासी 25 वर्षीय रोहित सिंह, वल्लभ गार्डन निवासी 29 वर्षीय शिव नारायण सिंह, फूलासर हॉल राजीव नगर निवासी 29 वर्षीय विकास बिश्नोई और धोराबास बज्जू हॉल एमपी कॉलोनी निवासी 25 वर्षीय गुरदेव विश्नोई को गिरफ्तार किया है। जो बैंक खातों को रेंट पर लेकर आगे देते थे, बीच में खुद कमीशन खाते थे। इस तरह फ्रॉड करते थे। अभियुक्तों के कब्जे से आठ बैंक पासबुक,16 चेक बुक 23 एटीएम-डेबिट कार्ड, तीन अलग-अलग फॅर्म की तीन सील मोहरे, एक के वाईसी फॉर्म जब्त किया गया है। इन्होंने अलग अलग राज्यों के 75 बैंक खातों से 51 करोड़ 81 लाख रु पए की ठगी की हैं। पुलिस पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है। वार्ता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सौरभ तिवाड़ी भी मौजूद रहे।
एसपी ने बताया कि साइबर फ्रॉड में उपयोग के लिये गये खातों पर केरल, महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक, तमिलनाडू, छत्तीसगढ़, गुजरात,तेलंगाना, राजस्थान, पंबंगाल, दिल्ली, मध्यप्रदेश, उडीसा,आंधप्रदेश, बिहार, हरियाणा,गोवा,उतराखंड, झारखंड व मेघालय में शिकायतें दर्ज है।
बैंककर्मियों पर भी संदेह
एसपी सागर ने बताया कि रूपयों का लालच देकर इस तरह का कृत्य भी हो सकता है। बैंक कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। जिसकी पड़ताल की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आमजन को 5 से 15 हजार रूपये एक खाते के बदले दे देते व खाताधारक व बैंक से खाता किट प्राप्त कर मय सिम कार्ड अपने से उपर की लेयर को जरिये पार्सल भिजवा देते है।
इस तरीके से देते वारदात को अंजाम
गिरफ्तारशुदा साईबर गिरोह के सदस्यों द्वारा अलग अलग राज्यों में बैठे ठगों के निर्देश पर साइबर फ्रॉड से राशि काम में लेते है। ये फर्जी तरीके से सेविंग या फर्म के नाम से अकांउट खुलवाते है। आरोपियों द्वारा खाता किट प्राप्त कर किट प्राप्त कर मय सिम कार्ड अपने से उपर की लेयर को जरिये पार्सल भिजवा देते है। ये लोग वाट्सएप के जरिये अकाउंट संबंधित जानकारी भी भिजवा देते थे। तत्पश्चात उन लोगों के गिरोह के द्वारा साइबर ठगी की राशि चैक बुक व एटीएम के माध्यम से निकलवा ली जाती थी।
इन बैंकों की सामग्री आई पकड़ में
आरोपियों से जब्त की गई पासबुक,चैकबुक व एटीएम-डेबिट कार्ड में के राष्ट्रीयकृत प्रमुख बैंकों की सामग्री भी है। इनमें एसबीआई, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, इन्डसइनड बैंक, यूको, एचडीएफसी सहित प्रमुख बैंकें शामिल है।
साइबर थाने के थानाधिकारी खान मोहम्मद,जे एनवीसी थानाधिकारी सुरेन्द्र पचार, सहायक उपनिरीक्षक दीपक यादव, रामक रण, दिलीप सिंह ,हैड कानि कानदान, अब्दुल सतार, योगेन्द्र,महावीर, श्रीराम,कानि सूर्यप्रकाश, देवेन्द्र,लखविन्द्र सिंह, मुकश, प्रभू,बाबूलाल, गोविन्द, सुभाष, महेन्द्र, प्रदीप, सत्यनारायण,धर्मेन्द व डीआर राजेन्द्र शामिल है। इसमें जेएनवीसी थानाधिकारी सुरेन्द्र पचार व साइबर सैल के सहायक उपनिरीक्षक दीपक यादव की विशेष भूमिका रही।
एसपी ने की अपील
प्रेस वार्ता के दौरान एसपी कावेन्द्र सागर ने आमजन से अपील की है कि किसी भी प्रकार के लालच, धोखे में आकर निजी व बैंक संबंधित जानकारी शेयर न करें। यदि किसी प्रकार का साइबर फ्रॉड होता है तो 1930 पर शिकायत दर्ज करवाएं।