ताजा खबरे
जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान में पाकिस्तान ने हमला कियाबीकानेर संभागीय आयुक्त, महानिरीक्षक पुलिस, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने ली बैठक, दिए आवश्यक निर्देशयुद्ध : बाड़मेर और जैसलमेर में तनाव, तेज धमाके सुने, हाई अलर्टबाजार बंद व ब्लैक आउट को लेकर बीकानेर जिला कलेक्टर ने आदेश किए जारी, कोचिंग संस्थान बन्द रहेंगेबीकानेर में यहां बनाया ‘वार हॉस्पिटल’ विधायक व्यास ने लिया जायजाव्यापारियों से बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल अध्यक्ष राठी ने की अपीलबीकानेर के 26 ई-मित्र केंद्रों के विरुद्ध लगाया जुर्मानायुद्ध : इमरजेंसी हालात में तैयार रहें, गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहाबीकानेर के रेलवे स्टेशन पर की गई मॉक ड्रिलबीकानेर के सभी हॉस्टल खाली करवाए, आज जल्दी बन्द होंगे बाज़ार
IMG 20231123 090506 9 बीकानेर के सभी हॉस्टल खाली करवाए, आज जल्दी बन्द होंगे बाज़ार Bikaner Local News Portal बीकानेर अपडेट
Share This News

Thar पोस्ट न्यूज। बीकानेर जिले में भी भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव का असर देखा जा रहा है। जिले के सभी हॉस्टल सुरक्षा के मद्देनजर खाली किये गए है। बीकानेर जिले में सुरक्षा एहतियात के तौर पर शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। बीकानेर जिला कलेक्टर ने सभी बाजार आज जल्दी बन्द करने के निर्देश जारी किए है। जिले के सभी सरकारी छात्रावासों को तात्कालिक प्रभाव से खाली करवा दिया गया है। इनमें मूक-बधिर और अंध विद्यालयों के हॉस्टल, कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय, विवेकानंद मॉडल स्कूल, और राज्य का एकमात्र सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल शामिल हैं।

जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक रामगोपाल शर्मा ने बताया कि बीकानेर जिले में संचालित सभी 12 हॉस्टल्स को सुरक्षा कारणों से बंद किया गया है। सभी छात्रों को उनके अभिभावकों को बुलाकर सुरक्षित रूप से उनके साथ घर रवाना किया गया। प्रशासन और स्कूल प्रबंधन ने यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक छात्र को पूरी जिम्मेदारी के साथ उनके परिवार तक पहुंचाया जाए।

सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल, जो प्रदेश का एकमात्र खेल आवासीय विद्यालय है, से भी सौ से अधिक खिलाड़ियों को उनके घर भेजा गया। यहां राज्यभर के छात्र खेल प्रशिक्षण के साथ-साथ अध्ययन करते हैं। युद्ध जैसी स्थिति की आशंका को देखते हुए यह कदम विशेष सावधानी के तहत उठाया गया है।

बीकानेर के हॉस्टल्स में कुल मिलाकर एक हजार से अधिक छात्र रहते थे। वर्तमान हालात को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा उठाया गया यह कदम छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।


Share This News