Tp न्यूज़। श्रीगोकुल चन्द्रमाजी पुष्टिमार्गीय न्यास, कामां की ओर से संचालित रतन बिहारी पार्क के श्री राज रतन बिहारी जी मंदिर में शनिवार को पंचम पीठाधीश्वर जगद्गुरु गोस्वामीश्री वल्लभाचार्यजी महाराज(कामवन) व बीकानेर के आचार्यश्री गोस्वामी विट््ठलनाथजी के सान्निध्य में दीप महोत्सव-दीपमालिका का आयोजन हुआ। ठाकुरजी के 1108 दीपकों से मंदिर के अंदरुनी हिस्से में स्वास्तिक व अन्य मांगलिक चिन्ह बनाकर व बाहर रंग बिरंगी रोशनी से सजावट की गई। मंदिर में रविवार को दोपहर 12 बजे गोरधन पूजा व अपरान्ह साढ़े तीन बजे से शाम छह बजे तक अन्नकूट का विशेष मनोरथ होगा।पंचम पीठाधीश्वर जगद्गुरु गोस्वामी श्री वल्लभाचार्यजी महाराज करीब एक साल के बाद बीकानेर पहुंचने पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने उनका जयकारों के साथ स्वागत किया। महाराजश्री ने बताया कि पुष्टिमार्गी सभी मंदिरों में सालभर के कार्यक्रमों व मनोरथों की शुरूआत दीपोत्सव व अन्नकूट दर्शन से होती है। पुष्टिमार्गी परम्परा में अन्नकूट महोत्सव का विशेष महत्व है। भक्ति भाव से प्रभु के अन्नकूट मनोरथ के दर्शन करने से पाप, रोग, शोक,दोष दूर होते हैं तथा अंतःकरण में परमात्मा के प्रति भक्ति की भावना जागृत होती है। बीकानेर के आचार्यश्री गोस्वामी विट््ठलनाथजी ने मनोरथों की महिमा बताई । उन्होंने बताया कि रविवार को गोरधनपूजा व अन्नकूट महोत्सव के दौरान ’’मास्क नहीं तो दर्शन’’ का बोर्ड लगाया जाएगा तथा सभी भक्तों को करोना से बचाव के लिए मास्क लगाकर मंदिर में प्रवेश करने दिया जाएगा। सोशल दूरी व हाथ धोकर व सेनेटराइज कर मंदिर में आने का भी सुझाव दिया गया है। शनिवार को भगवान की प्रतिमा के विशेष श्रृंगार किया गया। गोपीकिसन कीर्तनियां ने दीपमालिका से संबंधित हवेली संगीत के भक्ति पद प्रस्तुत किए।