Thar पोस्ट न्यूज। तीर्थ नगरी पुष्कर मे श्राद्ध पक्ष की पितृ अमावस्या के मौके पर पुष्कर सरोवर में पिंडदान, तर्पण आदि पितृ कार्य करने के लिए दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। विदेशी पर्यटक भी पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए यहां पिंडदान एवं श्राद्ध करते नजर आए। सात समंदर पार से पुष्कर घूमने आई विदेशी महिला पर्यटक ने सरोवर में श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना एवं पिंडदान तर्पण करते देखा तो वो अपने आप को रोक नहीं सकी। महिला पर्यटक ने पुरोहितों से पूजा-अर्चना और पिंडदान के महत्व के बारे में जानकारी ली और इसके बाद सरोवर की पूजा-अर्चना कर पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण कर खुशहाली की कामना की।
पुष्कर सरोवर के 52 घाटों पर सुबह से श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भीड़ देखी गई जो पूरा दिन रही। मान्यता है कि यहां पर पितरों का श्राद्ध करने से उनको मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही वजह है कि हजारों की संख्या में श्रद्धालु सरोवर में पहुंचकर अपने पितरों का श्राद्ध, तर्पण व पिंडदान करते हैं।
श्राद्ध पक्ष की अमावस्या के मौके पर पुष्कर सरोवर में पितृ कार्य करने का विशेष धार्मिक महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पुष्कर सरोवर के तट पर श्राद्ध करने से दिवंगत पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है तथा वे प्रसन्न होते हैं। इसी के चलते बुधवार को दिन भर सरोवर में वैदिक मंत्रोचारण के बीच पुरखों को पिंडदान तर्पण करने के लिए श्रद्धालुओं का जमघट लगा रहा।