Thar पोस्ट, बीकानेर। बीकानेर में एक रियल एस्टेट के कारोबारी से 10 करोड़ की जमीन हथियाने के आरोप से संबंधित मामला सामने आया है। कथित रूप से बीकानेर की पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा के भाई कमलेश चंद्रा से जुड़े इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, जयपुर में एक पुलिस इंस्पेक्टर और तीन दलालों के विरुद्ध भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया गया है।मामले के अनुसार, श्रीगंगानगर बाइपास पर रियल एस्टेट कारोबारी निर्मल कामरा ने अपनी कंपनी छाजेड़ रियल स्टेट प्राइवेट लिमिटेड की 10.65 बीघा जमीन कमलेश चंद्रा की स्कूल शाना इंटरनेशनल से संबंधित ग्लोबल एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी को 2012 में दी थी। चंद्रा इस सोसायटी के अध्यक्ष बने और कामरा को उपाध्यक्ष बनाया गया। संस्था में दोनों ही पक्ष के 13-13 सदस्य बनाए गए। स्कूल को मिलने वाली फीस का 22.50 प्रतिशत हिस्सा कामरा की दूसरी कंपनी लक्ष्य प्रोफेशनल स्टडीज को देना तय हुआ था। कामरा ने बिल्डिंग बनाने के लिए 94 लाख का चैक भी संस्था को दिया। आरोप लगाया जा रहा है कि वर्ष 2015 में इसका एमओयू चंद्रा ने परिवादी कामरा के अनुसार नहीं किया और फीस का हिस्सा भी देना बंद कर दिया। अब उस पर संस्था से इस्तीफा देने का दबाव डाला जा रहा है। परिवादी के अनुसार, यदि वह इस्तीफा देता है तो पूरी जमीन चंद्रा की हो जाएगी, जिसकी बाजार कीमत करीब 10 करोड़ रुपए है। एसीबी जयपुर ने इस प्रकरण में कामरा पर दबाव बनाकर डील करने वाले जयनारायण व्यास कॉलोनी एसएचओ अरविंद भारद्वाज, दलाल सुखदेव चायल, भूपेंद्र शर्मा, विजय व अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम व 384, 120बी आईपीसी के तहत एमआईआर दर्ज कर सेशन न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण मामलात और बीकानेर रेंज के आईजी को भेजी है। आरोप यह भी है कि श्रीगंगानगर बाइपास पर 10.65 बीघा जमीन हड़पने के लिए परिवादी निर्मल कामरा के विरुद्ध पुलिस ने जयनारायण व्यास कॉलोनी और कोटगेट थाने में पांच मुकदमे दर्ज किए। ग्लोबल एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी और एसएचओ अरविंद भारद्वाज की इसमें मिलीभगत थी। इन मुकदमों में गिरफ्तारी का भय दिखाया गया। परिवादी ने एसपी पर भी एफआईआर के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक, एसीबी ने कामरा की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र का सत्यापन कराने के लिए डिजिटल वायस रिकॉर्डर का उपयोग किया। कामरा ने अलग-अलग तिथियों में जेएनवी एसएचओ अरविंद्र भारद्वाज, दलाल विजय, सुखदेव और भूपेंद्र शर्मा ने बातचीत की, जो माइक्रो एसडी कार्ड में रिकॉर्ड हो गई। इसके अधार पर एसीबी ने आरोपियों के विरुद्ध शिकायत को सही माना है। इधर, इस मामले में एसपी प्रीति चंद्रा ने मीडिया को बयान दिया है कि एसीबी की जांच में सच सामने आ जाएगा। कामरा के खिलाफ थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं तथा पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।