


Thar पोस्ट न्यूज बीकानेर। बदलते दौर में ₹500 का नोट सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। नोटों की कुल संख्या में इसका हिस्सा करीब 41% है, जबकि कुल मूल्य के मामले में यह अकेले 86% तक का योगदान करता है। यही कारण है कि ₹500 के नोट भारतीय करेंसी का सबसे बड़ा स्तंभ बन चुके हैं।



इन नोटों की छपाई बंद हुई?
आरबीआई ने कहा है कि ₹2, ₹5 और ₹2000 के नोट अब नई छपाई के लिए जारी नहीं किए जाएंगे। इसका मतलब है कि भविष्य में इन नोटों की संख्या स्थिर रहेगी और धीरे-धीरे पुराने नोट बाजार से हटते जाएंगे।
सिक्कों की संख्या और मूल्य में बढ़ोतरी
सिक्कों के क्षेत्र में भी वृद्धि देखने को मिली है। FY25 में सिक्कों की कुल संख्या में 3.6% और मूल्य में करीब 9.6% की बढ़ोतरी हुई है। ₹1, ₹2 और ₹5 के सिक्के कुल सिक्कों की 81.6% हिस्सेदारी रखते हैं, जो उन्हें आम लेन-देन के लिए सबसे ज्यादा लोकप्रिय बनाता है।
डिजिटल करेंसी
डिजिटल करेंसी e₹ की वैल्यू FY25 में 334% बढ़कर ₹1,016.5 करोड़ तक पहुंच गई है। डिजिटल ₹500 की हिस्सेदारी इसमें सबसे ज्यादा है, जो 84.4% तक पहुंच गई है। डिजिटल करेंसी के बढ़ते उपयोग से कैशलेस इंडिया की दिशा में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
जाली नोटों की स्थिति
₹10, ₹20 और ₹2000 के नकली नोटों की संख्या में कमी आई है, जबकि ₹200 और ₹500 के नकली नोटों की पकड़ बढ़ी है। इससे पता चलता है कि जाली नोटबंदी की चुनौतियां अभी बनी हुई हैं।