नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉईज यूनियन (NWREU) का 18 वां वार्षिक अधिवेशन आज संपन्न हुआ। अधिवेशन कोविड-19 की परिस्थितिवश ऑनलाइन (वर्चुअल) आयोजित हुआ। आल इंडिया रेलवेमैंस फेडरेशन (AIRF) के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने अपने उद्घाटन उद्बोधन में कहा कि नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉईज यूनियन, फेडरेशन की एक प्रमुख संलग्न यूनियन है जो प्रभावी तरीके से रेल कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की सामाजिक गतिविधियों का आयोजन करती है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल की विश्वसनीयता कायम तभी रह पाएगी जब रेलों का संचालन रेल कर्मियों के द्वारा ही होगा। प्राइवेट ऑपरेटर ट्रेन संचालन आम आदमी के हित में नहीं होगा। उन्होंने कहा कि एआईआरएफ भारतीय रेल निजीकरण से बचाने के लिए सभी संगठन एवं एसोसिएशन को एकजुट करके आंदोलन की रूपरेखा तय कर रहा हैभारत सरकार एवं रेल मंत्रालय के कोविड-19 की परिस्थितियों को अवसर बनाकर रेल कर्मचारियों की सुविधाओं को कम करने के प्रयास हम सफल नहीं होने देंगे। नई पेंशन नीति के विरुद्ध और पुरानी पेंशन लागू करने की मांग के लिए नए वर्ष की शुरुआत में देशभर में ट्वीट करके हम प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित करेंगे.कॉमरेड मिश्रा ने कहा कि ट्रैकमेंटेनर, इंजीनियर, तकनीशियन, रनिंग स्टाफ, मेडिकल स्टाफ, मंत्रालयिक एवं लेखा स्टाफ, स्टेशन मास्टर, पॉइंट्स मैन, खलासी आदि की विभिन्न मांगों को हमने रेल मंत्री एवं रेलवे बोर्ड के विभिन्न अधिकारियों के समक्ष उठाया है। कई मुद्दों पर कार्यवाही भी बकाया है, बकाया मुद्दों को भी हल कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी प्रभाष कुमार, मुख्य कार्मिक अधिकारी (IR) व (Adm.) बी एल मीणा एवं राजीव सिंह, परमेश्वर सेन ने उद्घाटन सत्र में प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी एवं अधिवेशन की सफलता की कामना की।
श्री प्रभाष कुमार ने कहा कि यूनियन द्वारा पीएनएम मीटिंग एवं व्यक्तिगत मुलाक़ात के माध्यम से रेल कर्मचारियों की जिन समस्याओं को उठाया जाता है यथासंभव उसे हल करने का प्रयास किया जाता है।यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य, कोविड-19 संक्रमण काल में यूनियन की गतिविधि, रेलों के निजीकरण एवं अन्य बदलाव, मई दिवस, यूनियन शिक्षण कार्यक्रम, एसबीएफ़, केंद्रीय संगठन की गतिविधियां, जीएम पीएनएम, एवं जेसीएम मीटिंग, यूथ एवं महिला विंग, मंडल एवं शाखाओं की गतिविधियां, रेलवे बोर्ड आदेश व नियम, भविष्य की चुनौतियां आदि विषयों से संबंधित विभिन्न जानकारियों को प्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुत किया। जोनल कोषाध्यक्ष विपुल सक्सेना ने आय-व्यय का लेखा-जोखा पेश किया। विभिन्न मांग एवं संघर्ष संबंधित प्रस्ताव अरुण गुप्ता ने प्रस्तुत किया जबकि आर के सिंह एवं मनोज परिहार ने इसके समर्थन में विचार प्रस्तुत किए। महामंत्री की रिपोर्ट एवं प्रस्ताव पर चर्चा में मोहन चेलानी, प्रमोद यादव, महेंद्र व्यास, जगदीश सिंह, विनीत मान, मीना सक्सेना, रामलाल मीना, गोपाल मीना, शशि प्रकाश, बृजेश ओझा, सोनल माथुर, अनूप शर्मा, तारा सिंह, पवन जुनेजा, सुभाष पारीक, जसवीर सिंह, विजय श्रीमली, राजेश छावल, घनश्याम शर्मा, प्रतीक्षा माथुर, सतीश ज्याणी, प्रेम सैनी, कमलेश शर्मा, महेंद्र बागड़िया आदि ने भाग लिया।आय-व्यय का लेखा-जोखा, प्रस्ताव, ऑडिटर एवं इलेक्शन ट्रिब्यूनल की नियुक्ति आदि को प्रतिनिधियों से अनुमोदित कराया गया। अधिवेशन की अध्यक्षता अनिल व्यास ने की उन्होने प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए एकजुटता के साथ चुनौतियों का सामना करने की अपील की। साभार