Thar पोस्ट न्यूजबीकानेर। बारह गुवाड़ चौक स्थित रमक झमक में पुष्करणा सावा रंग दर्शन के आज दूसरे दिन सावा चित्रकारों का सम्मान किया गया तथा शहर के गणमान्य लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। रमक झमक के राधे ओझा ने बताया कि पुष्करणा सावा के चित्रों को बनाने वाले कलाकारों को स्मृति चिन्ह व सावा कलेन्डर देकर विशिष्ट अतिथि पुजारी बाबा,डूंगर महा विद्यालय के प्राचार्य प्रो.राजेन्द्र पुरोहित व रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरुं’ ने सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सीओ सिटी हिमांशु शर्मा थे। मुख्य अतिथि सी ओ सिटी हिमांशु शर्मा ने रंग दर्शन में लगे चित्रों व प्रदर्शनी में लगाई गई परम्परागत सामग्री के बारे में जाना व समझा। इस अवसर पर शर्मा ने कहा कि युवा पीढ़ी को एवं शहर के बाहर के लोगों के लिये यह रंग प्रदर्शनी यादगार रहेगी। चित्रों के साथ साथ प्रेक्टिकल रूप से सामग्री रखी जाकर और रमक झमक द्वारा विस्तार से सम्बंधित परम्परा सस्कृति के बारे में बताना यही इसकी खशियत है जो अनुकरणीय है। शर्मा ने कहा कि अपने संस्कार सस्कृति को सुरक्षित रखने व उसका प्रसार करने का यह अनूठा तरीका प्रशंसनीय है। पुजारी बाबा ने कहा छोटू लालजी द्वारा शुरू किये गए कार्य को रमक झमक की टीम निरन्तर सक्रियता से इसको आगे बढ़ा रही है,उन्होंने युवाओं से अपील की ऐसे आयोजन में बढ़ चढ़ कर जुड़ें। प्रो.राजेन्द्र पुरोहित ने आयोजक संस्था व कलाकारों को बधाई दी। प्रदर्शनी का अवलोकन करने अनेक गणमान्य नागरिक पहुंचे जिसमें वरिष्ठ चित्रकार डॉ मोना सरदार डूडी, पेंटर धर्मा,प्रसिद्ध सेंड आर्टिस्ट महावीर रामावत व चित्रकार भुरमल सोनी ने आयोजन में अपने विचार रखें। कलाकारों ने इस अनूठे आयोजन के बारे में कहा कि कला एवं परम्परा का संयुक्त दर्शन प्रशंसनीय है। अतिथियों व आमंत्रित कलाकारों का श्रीमती रामकवरी ओझा,रामप्यारी चुरा,अंजनी चुरा ,एम डी छंगाणी के साथ सम्मानित कलाकारों की ओर से डॉ राकेश किराड़ू व कमल जोशी ने स्वागत किया।
इनका हुआ सम्मान:-
कार्यक्रम में युवा चित्रकार तनया पुरोहित, पूर्वांसी पुरोहित,वीनस ओझा,नेहा ओझा, विजयश्री रंगा,आरती भादाणी,पुलकित हर्ष, मंगला ओझा,गणेश रंगा,केशव जोशी, आशुतोष व्यास,युक्ता भादाणी,प्रज्ञा आचार्य, केशव दत्त ओझा,हर्षिता हर्ष,राधे व्यास,योगेश रंगा,लेखक व्यास व सोनाली व्यास ।वरिष्ठ चित्रकार डॉ राकेश किराडू,मास्टर योगेंद कुमार पुरोहित,कमल जोशी तथा राम कुमार भादाणी का सम्मान किया गया।