Thar पोस्ट, न्यूज। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने बुधवार को सद्बुद्धि यज्ञ किया व गुरुवार को पूर्ण कार्य बहिष्कार किया।ओल्ड पेंशन संयुक्त संघर्ष समिति, के तत्वावधान में गुरुवार को विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने परीक्षा भवन के सामने ओल्ड पेंशन की विसंगति दूर करने और पेंशन का भार सरकार वहन करने की मांग को लेकर सद्बुद्धि यज्ञ पूर्ण विधि विधान से संपादित किया गया । सद्बुद्धि यज्ञ में डॉ. धर्मेश हरवानी एवं डॉ. ज्योति लखानी ने जोड़े से बैठ कर पूजा अर्चना की और विश्वविधालय के सभी शिक्षकों, अधिकारियो और कर्मचारियों ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ में आहुतियां दी। अब तक 02 घण्टे का कार्य बहिष्कार कर राज्य सरकार के कर्मचारियों के समान विश्वविद्यालय कार्मिकों के लिए भी बिना शर्त पुरानी पेंशन लागू करने के मांग करते हुए परीक्षा भवन से कुलपति सचिवालय तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया तथा माननीय राज्यपाल एवम कुलाधिपति के नाम ज्ञापन कुलपति को दिया। संयुक्त समिति के सह संयोजक डाॅ. आनन्दी लाल गढवाल ने बताया कि विश्वविद्यालय कर्मचारियों द्वारा लगातार 15 दिनों से दो घण्टे कार्य बहिष्कार प्रदर्शन किया जा रहा है। राज्य सरकार के इस निर्णय से विश्वविद्यालय शिक्षकों एवं कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। सरकार की हठधर्मिता के कारण विश्वविद्यालय के शिक्षक अधिकारी एवं कर्मचारी ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर चिन्तित है। सद्बुद्धि यज्ञ और धरना प्रदर्शन में समिति संयोजक, प्रो॰ अनिल कुमार छंगाणी, प्रो॰ राजाराम चोयल, श्री कुलदीप जैन, डाॅ. बिट्ठल बिस्सा, डाॅ. गिरिराज हर्ष, डाॅ. प्रकाश सारण, डाॅ. गौतम मेघवंशी, डाॅ. अनिल दुलार, डाॅ. अभिषेक वशिष्ठ, डाॅ. प्रभुदान चारण, डाॅ. संतोष कंवर शेखावत, डॉ॰ प्रगति सोबती, श्री उमेश शर्मा, डाॅ. सुरेन्द्र कुमार गोदारा, श्री निर्मल भार्गव, सहित समस्त कार्मिक और विश्वविद्यालय के ओल्ड पेशन संयुक्त संघर्ष समिति पदाधिकारी सहित कर्मचारी उपस्थित रहें।
सरकार द्वारा कर्मचारियों की मांगो पर ध्यान नही देने एवं समय पर उचित निर्णय नही लेने के कारण बीकानेर मुख्यालय स्थित राजकीय विश्वविद्यालयों के शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा दिनांक 24 अगस्त, 2023 को महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी सहित राज्य की समस्त राजकीय विश्विद्यालय पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करके बंद किया गया तथा शांतिपूर्ण धरना/प्रदर्शन किया गया ।