


Thar पोस्ट न्यूज बीकानेर। चकगर्बी क्षेत्र में बने मकानों को बीडीए प्रशासन द्वारा अवैध बताकर तोड़ने और अन्य मकान मालिकों को नोटिस थमाने के विरोध में चल रहा धरना सोमवार को उग्र रूप ले बैठा। बड़ी संख्या में आक्रोशित लोग कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच गए और प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन पर गरीब विरोधी कार्रवाई का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। धरने का नेतृत्व कांग्रेस नेता रामनिवास कूकणा, यूथ कांग्रेस देहात अध्यक्ष भंवरलाल कूकणा, भाजपा नेता सुरेन्द्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेता सुभाष स्वामी सहित कई नेताओं ने किया।प्रदर्शनकारी नेताओं ने कहा कि गरीब लोगों ने कॉलोनाइजर्स से पट्टे लेकर अपनी खून-पसीने की कमाई से मकान बनाए, जिनकी रजिस्ट्री तक हो चुकी है। अब बीडीए प्रशासन उन आशियानों को तोड़ रहा है, जबकि असली दोषी वे कॉलोनाइज़र हैं जिन्होंने सरकारी ज़मीन पर अवैध कॉलोनियां काटी और गरीबों को झांसे में लिया। प्रदर्शन कर रहे नेताओं का आरोप है कि प्रशासन ने उस वक्त आंखें मूंद रखी थी जब ये कॉलोनियां विकसित की जा रही थीं, और अब मकान बन जाने के बाद प्रशासन उन्हें गिरा रहा है, जो सरासर अन्याय है।



प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सबसे पहले उन कॉलोनाइजर्स के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो, जिन्होंने सरकारी ज़मीन पर कब्जा कर कॉलोनी काटी। साथ ही, जिन गरीब लोगों ने वैध प्रक्रिया से मकान बनवाए हैं, उनके आशियानों को संरक्षित किया जाए।कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन देर शाम तक जारी रहा, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि गरीबों के मकानों को तोड़ने की कार्रवाई रोकी नहीं गई, तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।