Thar पोस्ट, न्यूज जयपुर। सामाजिक ढांचा बदल गया है। जो चला आ रहा था, वह नही चल रहा। युग भी अब आर्थिक हो चला है। जो यूरोप के देशों में होता है वह भारत में भी हो रहा है। पुलिस को आखिर उन दोनों बहिनों को ढूढने में कामयाबी मिल ही गई जो राजस्थान की राजधानी जयपुर की 50 दिनों से लापता थी। पुलिस ने लखनऊ से दोनों बहनों को दस्तयाब किया। पुलिस के अनुसार पिछले डेढ़ महीने से दोनों बहनें लखनऊ में डोर टू डोर मार्केटिंग कर रही थी। जयपुर में वकीलों के प्रदर्शन के बाद पुलिस दोनों बच्चियों तलाश करने में लगी हुई थी। इसके लिए करीब 10 हजार पुलिसकर्मी बच्चियों को खोजने में जोर-शोर से जुटे थे दोनों बच्चियां महेश नगर थाना इलाके से 3 फरवरी को लापता हो गई थी। पुलिस ने बच्चियों को खोजने के लिए एसआईटी टीम का भी गठन किया था। जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव रोजाना मामले की माॅनटरिंग कर रहे थे। बच्चियों के मिल जाने के बाद पुलिस ने राहत ली है। पुलिस दोनों बच्चियों को जयपुर ला रही है। दोनों बहनें लखनऊ में डोर टू डोर घरेलू सामान बेच रही थी। उनकी चारबाग मीनार रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरते ही सीसीटीवी फुटेज पुलिस को हाथ लग गई। दोनों बहनों ने खुद की इच्छा से ही घर से जाने की बात कही है।
10 हजार का इनाम था
पुलिस ने दोनों बहनों भावना और रमा को दस्तयाब करवाने की सही सूचना देने पर 10 हजार रुपये का इनाम भी रखा था। डीजीपी एमएल लाठर ने 21 मार्च को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लांबा के नेतृत्व में 16 सदस्यीय विशेष जांच दल एसआईटी का गठन किया था। दोनों बेटियों के लापता होने के मामले में कोई भी सुराग नहीं लगने से नाराज सत्र न्यायालय के वकीलों ने 21 मार्च को अंबेडकर सर्किल के पास जनपथ मार्ग को अवरुद्ध कर दिया था। वकीलों का कहना था कि पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। महेश नगर थाना क्षेत्र से नाबालिग बहने 3 फरवरी को अपने स्कूल से लापता हो गई थी।