Thar पोस्ट न्यूज। अधिक लाभ के चक्कर लोग ऑनलाइन ठगों के जाल में फंस रहे है। बीकानेर में कई मामले सामने आ चुके है। एक बार फिर ठगी हुई है। इस बार टेलीग्राम के माध्यम से ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है। इस सम्बंध में व्यास कॉलोनी पुलिस थाने में सेक्टर पाच सी के रहने वाले राघव सोनी ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। घटना 5 सैक्टर जेएनवीसी में 29 नवम्बर से 31 नवम्बर के बीच की है। इस सम्बंध में प्रार्थी ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने उसे टेलीग्राम के एक ग्रुप में जोड़ा। जिसमें एक लिंक आया और बताया गया कि लाइक करने के 40 रूपए मिलेंगे। प्रार्थी ने बताया कि जिसके बाद आगे से आगे टारगेट मिलते रहें। प्रार्थी ने बताया कि जिसके बाद उसे पैसे नहीं मिले और ऑनलाइन फ्रॉड कर लिया। पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इन बातों से रहे सावधान :
अनजान व्यक्ति को बैंक खाता व ओटीपी न बताए । फेसबुक या इंस्टाग्राम व टेलीग्राम आदि आदि पर अनजान पुरुष या महिला को फॉलो या मित्रता न करें। अधिक लालच के चक्कर में अपना पैसा अनजान व्यक्ति या कंपनी के साथ या आईपीओ में निवेश न करें। घर वालों के संपर्क रहे उनसे फोन पर सम्पर्क में रहे। इसके अलावा शातिरों ने कुछ और तरीके भी ईजाद किये है। इनमें फर्जी कॉल करना इसमे यह बताना कि आपके मोबाइल नंबर का मिस यूज़ हो रहा है। कृपया एक दबाए या अधिक जानकारी के लिए 9 दबाए आदि आदि। यदि आप ऐसा नही करते है तो दो घण्टे में आपका फ़ोन नंबर ब्लॉक कर दिया जाएगा आदि। आप इससे सावधान रहें या अपने दिमाग का इस्तेमाल करें। आपको बता दे कि कोई भी बैंक या मोबाइल कंपनी किसी ग्राहक से ओटीपी नही मांगती। शातिर ठग आजकल पुलिसवाला बनकर, विदेशी महिला या पुरुष बनकर, हॉस्पिटल कर्मचारी या हॉस्पिटल से, स्कूल के बहाने से भी फोन पर ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं।
बीकानेर के रोचक किस्से : हाल ही के वर्षों में कुछ रोचक किस्से भी बीकानेर में हुए है। एक व्यक्ति किसी विदेशी महिला (शातिर ऑनलाइन ठग) के द्वारा ठगे गए। फेसबुक पर फेक विदेशी महिला की फ़ोटो आईडी से ठगे गए। बाद में पीड़ित को उनके पहचान वाले उलाहना दे रहे है कि उस ‘छमिया’ का फोटो तो हमे भी बता दो। पीड़ित ने घर से निकलना ही छोड़ दिया। इसी तरह बीकानेर में एक सरकारी महकमे की महिला ने मैरिज ब्यूरो की साइट पर विदेशी दूल्हे की चाह में ठगी से लाखों रुपये गंवा दिए। पुलिस कार्रवाई हुई तो दिल्ली की नाईजीरियन कॉलोनी से आरोपी बीकानेर लाये गए। इसी तरह एक आर्मी अधिकारी (ऑनलाइन ठग) द्वारा बीकानेर की एक महिला टीचर को ऑनलाइन ट्यूशन पढ़ाने के नाम पर ठगा गया। ये तो चंद उदाहरण है। बीकानेर में बैंक अधिकारी, पुलिस कर्मचारी सहित अनेक ठगे जा चुके है।
आखिर कौन है ऑनलाइन ठग: दरअसल ऑनलाइन ठग 20 से 35 के बीच की आयु के शिक्षित लड़के लड़कियां है। जिन्होंने असम, गुवाहाटी, आगरा, दिल्ली सहित अनेक महानगरों के गांवों में मोबाइल, लैबटोप, महिला व पुरूष की आवाज रिकॉर्ड कर आदि के माध्यम से देश विदेश में जाल बिछा रखा है। रोजगार नहीं मिलने, नशे की लत, रातो रात अमीर बनने की चाह, अपने मित्र पुरुष या महिला को खुश करने के लिए पैसे एकत्रित करना आदि कारणों के चलते ऑनलाइन ठगों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि सरकार सख्त नियम बना रही हैं। लेकिन हालात कोई ज्यादा सुधर नही पाए है।