बीकानेर में हेमा मालिनी से जुड़ा किस्सा
Tp न्यूज। आज बात हेमामालिनी से जुड़े किस्से की। बात उन दिनों है जब मेरी उम्र केवल 6 बरस की थी। पहले छोटी छोटी बातों को लेकर मोहल्लों में दो महिलाओं में तू-तू मैं-मैं होना सामान्य बात थी। मेरे मोहल्ले में भी ऐसा होता था। एक बार दो महिलाएं किसी बात को लेकर गर्मागर्मी में थी। 6 बरस का बच्चा यानी मैं भी वहाँ था। तभी दो में से एक महिला चिल्लाकर बोली-खुद को हेमा मालिनी समझती है क्या? दोनों में झगड़ा कुछ देर में खत्म हो गया। लेकिन हेमा मालिनी वाली बात मेरे दिमाग में बैठ गई। तो जब भी कही पर दो महिलाओं में झगड़ा होता था तो मैं वहां पहुंच जाता था इस इंतज़ार में की कोई ना कोई महिला बोलेगी कि खुद को हेमा मालिनी समझती है क्या। लेकिन ऐसा सभी झगड़ों में नहीं होता था। हेमा नाम हवा में तैरता था। जो खूबसूरत है उसके लिए भी हेमा मालिनी। कुछ वर्षों बाद मैं पड़ोस में दिल्ली दूरदर्शन देख रहा था तो एक फिल्म चल रही थी सपनों का सौदागर। अचानक मेरे अंकल ने फिल्म देखते हुए कहा क्या बात है हेमा मालिनी की। उस समय मुझे पहली बार पता चला कि तो यह है हेमा मालिनी। बाद में मैंने इस बेमिसाल अदाकारा की अनेक फ़िल्में देखी।
बीकानेर में हेमा मालिनी का अनेक बार आना हुआ। उनके द्वारा बनाई गई टेल मी ओ खुदा के दौरान उनसे बतौर पत्रकार साक्षात्कार का अवसर मिले। इससे भी एक रोचक बात जुडी हुई है। मैं अनेक नामचीन कलाकारों के इंटरव्यू कर चुका था। हेमाजी की फिल्म शूटिंग होटल लालगढ़ पैलेस में चल रही थी। मैं लालगढ़ के रिसेप्शन के पास बैठा था फोटो ग्राफर भी मेरे साथ था। तभी हेमा मालिनी लालगढ़ के गलियारे से आते दिखी। मुझे पहली बार में विश्वास नहीं हुआ। क्या यही वह हेमा मालिनी है जो झगडे में आती है और जिसके नाम की उपमा दी जाती है। मैं महान अदाकारा के नजदीक गया। मेरी अंग्रेजी फुट पड़ी। मैंने कहा इंटरव्यू करना है। हेमाजी तब तक अपनी भव्य गाडी के पास पहुच चुकी थी। तब मेरी और गौर से देखा और कहा कल 11 बजे शूटिंग स्थल पहुंचना। मैं वापस लालगढ़ रिसेप्शन के पास सोफे पर आकर बैठ गया। होटल के एक कर्मचारी ने मारवाड़ी में कहा-बा गोली गिटायगी। अब अगले दिन मेरे नोकिया 3310 पर लालगढ़ से फोन आया की आप हेमाजी के सेकेट्री से बात करें। वह बोला कि हेमा जी ने आपको 11 बजे का टाइम दिया था। मैंने कहा हां-आप बातचीत कर सकते हैं। मैं दूसरे कार्यक्रम की कवरेज छोड़कर लालगढ़ पहुँच गया। मेरे द्वारा मांगे गए 15 मिनट के बजाय हेमा मालिनी से 1 घंटे से अधिक बात की। तथा अभिनेता सांसद धर्मेद्र द्वारा करवाये गए कार्यों के बारे में जानकारी ली। तब मुझे पहली बार पता चला कि आखिर क्यों हेमा मालिनी एक महान अदाकारा है।