Thar पोस्ट, न्यूज। जीरे की महक से सब वाकिफ है। लेकिन इस फसल ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। पिछले साल 11 अप्रैल को जीरे के भाव 25 हजार रुपए प्रति क्विवंटल थे और आज यह 61 हजार से अधिक हो चुके हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि अभी भाव और बढ़ेंगे।जीरे के भावों में लगातार आ रही इस तेजी का नतीजा यह रहा कि मेड़ता मंडी में पैर रखने की जगह नहीं थी। यहां 50 हजार से अधिक जीरे की बोरियों की आवक हुई। घरों में चुटकी भर काम आने वाला जीरा खेतों में बहुत मुश्किल और मेहनत से पैदा होता है। बहुत कम होता है, जब मौसम भी साथ दे जाए और किसानों को इसके पूरे दाम भी मिल जाएं। इसीलिए यह भी कहा जाता है कि जीरा ना ही उगाया जाए तो अच्छा, लेकिन अब जीरे ने ये मिथक तोड़ दिए हैं। इस बार जिन किसानों ने जीरा उगाया, उन्हें यह लखपति बना रहा है।विदेशों में मौसम की मार: टर्की-सीरिया में बेमौसम बारिश की वजह से बड़े पैमाने पर जीरा खराब हो गया।
2. देश में भी मौसम की मार: बेमौसम बारिश से 20 से 30 फीसदी जीरे की फसल को नुकसान हुआहै।
3. जीरे की डिमांड: फसल कमजोर होने से सप्लाई घटी तो वर्ल्ड और डोमेस्टिक मार्केट में डिमांड बढ़ गई है। डिमांड बढ़ी तो दाम भी बढ़े।
4. शेयर बाजार: जीरे की डिमांड बढ़ने से शेयर बाजार में भी लगातार जीरे में तेजी चल रही है।