Thar पोस्ट। रानी बाजार स्थित शकुंतला भवन में लालेश्वर मंदिर शिवबाड़ी के महंत स्वामी विमर्शानंद जी, टेकचंद जी बरडिया, राजेश जी ,दिग्विजय सिंह ,गोमाराम जी ,विजय कोचर के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ।इस अवसर पर स्वामी विमर्शानंद जी ने भारतीय नववर्ष को वेद उपनिषद और वांग्मय से जोड़ते हुए कहा कि भारतीय नववर्ष सबसे पुरातन और प्राचीन है। राजेश जी ने इसे स्व से जोड़ते हुए कहा की 25 साल पहले लोगों को भारतीय नववर्ष के बारे में बहुत कम जानकारी थी आज पूरे भारतवर्ष में हर घर में धूमधाम से भारतीय नववर्ष मनाया जाता है।दिग्विजय सिंह जी ने भारतीय नववर्ष के मनाए जाने की रूपरेखा बताई तथा अलग-अलग चौराहों पर अलग-अलग संस्थाओं को जिम्मेवारी प्रदान की गई। विजय कोचर ने भारतीय नव वर्ष के उपलक्ष में हर घर में खीर बनाए जाने की बात कही और कहा कि आने वाले समय में भारतीय नववर्ष पूरे देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में भारतीय नव वर्ष के रूप में मनाया जाएगा।