Tp न्यूज। बीकानेर में कोरोना का तांडव तेज हो रहा है। घर-घर कोरोना है। कोरोना की यह चेन कैसे टूटे? यह बड़ा सवाल बन गया है। देश के विभिन्न राज्यों से मार्मिक अपील की जा रही है जो बे-असर साबित हो रही है। दरअसल कोरोना फैलने के पीछे अनेक कारण और फैक्टर एक साथ बीकानेर में काम कर रहे है, यह कहा जा सकता है कि समाजिकता प्रमुख रूप से हावी है ! बीकानेर में मरने के बाद बैठक, छांटा, मृत्यु भोज आदि कारण प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं। बैठक में नहीं पहुँचने वालों को सम्बन्ध तोड़ने की धमकी तक दी जा रही है। इसके अलावा किसी के घर में कोरोना पॉजिटिव आने पर उनके मित्र कुशलक्षेम पूछने पर पहुँच रहे है।-अरे यार आपको कोरोना कैसे हुआ? कुछ ही दिनों में कुशलक्षेम पूछने वाला खुद पॉजिटिव पाया जाता है। ऐसे रोगी बढ़ रहे हैं। कुछ इस वहम में बगैर मास्क लगाए घूम रहे है हैं कि हमारा कोरोना क्या बिगाड़ लेगा। हम तो खुद कोरोना है यह सत्य है कि बीकानेर में अनेक स्थानों पर मास्क भी नहीं लगाए जा रहे। सरकार मास्क लगाने की अपील करे और साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को जबरन मास्क पहनाये, क्या यह संभव है ? कतई नहीं। सरकार और प्रशासन आपको अपील कर सकता है, जुर्माना लगा सकता है। बीमार होने पर दवा, भोजन आदि दे सकती है, साबुन से हाथ धोने की अपील कर सकती है। सरकार अपनी तरफ से कुछ नहीं करती। आपकी जेब का पैसे से ही कोरोना पीडितों की दवा, भोजन आदि संसाधन सरकार द्वारा जुटाये जाते हैं।कुछ जिम्मेदारी तो नागरिको की बनती होगी। याद रखिये जनता और जनबल में बड़ी ताकत होती है। जो जनता कोरोना फैला सकती है वह इसे समेट भी सकती है इसका दायरा घटा भी सकती है। कम से कम अपने समाज और अपनों के बारे में सोचिये। पिछले कुछ समय में कितनी जनहानि हुई है। बीकानेर जिले की अनेक मौजिज हस्तियां अब हमारे बीच नहीं है। उनके बगैर हमारा समाज और हमारा बीकानेर कैसा लगेगा? शायद आपको किसी कार्यक्रम में जाने की इच्छा भीं न हो। क्योंकि आपका चहेता और जिगरी उस समारोह में ही नहीं है। याद रखिए w H O पूरे विश्व को बार बार चेतावनी दे रहा है। यूरोप के अनेक देशों ने इसका कड़ाई से पालन शुरू किया है। हमारे भारत में भगवान भरोसे व्यवस्था चल रही है। इसलिए आज ही आप जाग जाएँ। कोरोना से मुक्ति केवल जनता ही दिलवा सकती है। अभी बचाव ही उपाय है। कुछ समय के लिए सामाजिक गतिविधियां रोक दें और आपस में दूरी बना लें।