Thar पोस्ट न्यूज। बीकानेर में आवश्यक कार्य के चलते कल 6 जनवरी को डी-7 के कैमल फार्म, विजयवर्गी ढ़ाणी, कल्ला पेट्रोल पंप क्षेत्रों में कल सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बिजली गुल रहेगी। सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक कोठारी हॉस्पीटल के सामने, सर्वोदय बस्ती, पंडित धर्मकांटा के सामने, नरसिंह सागर तालाब, मुर्गा ग्राउंड, ब्रदी विशाल नगर, भगत ङ्क्षसह कॉलोनी, ऊन वर्गीकरणी के पास के क्षेत्रों में बिजली कटौती रहेगी।
Thar पोस्ट बीकानेर। यह जीवन बहुत छोटा है,इसे जितना भी जिएं आनंद के साथ जिएं। पता नहीं कब अंतिम बुलावा आ जाए और आपको सब कुछ छोड़कर जाना पड़े। यह बात श्रीराम कथा समिति के तत्वाधान में सीताराम भवन में चल रही 9 दिवसीय शिव पुराण कथा के सातवें दिन वृन्दावन से पधारे महाराज भरत शरण ने कही। उन्होंने कहा कि जन्म तो कई मिलते हैं और हरेक जन्म में आपको माता-पिता, जीवनसाथी, संतान, भोजन आदि सबकुछ मिलेगा लेकिन ईश्वर की भक्ति उस जन्म में भी मिले यह आवश्यक नहीं। महाराज ने अनेक भक्ति प्रसंगों पर प्रक ाश डालते हुए त्रिपुर वध, तारकासुर वध, त्रिपुरारी, त्रिशुल, त्रिपुंड एवं कार्तिकेय चरित्र क था की महिमा का प्रसंग विस्तार से सुनाया. कहा कि भगवान शिवजी के एक बाण से तीनों त्रिपुरों का नाश होते ही सभी देवता भोलेनाथ की जय-जयकार करने लगे और उसी समय सभी देवी-देवताओं ने भोलेनाथ को त्रिपुर का अंत करने वाले त्रिपुरारी के नाम से पुकारा। मान्यता है तभी से भोलेनाथ को त्रिपुरारी कहा जाने लगा। इससे पहले मंडल के अध्यक्ष मनमोहन कल्याणी, नीलम कल्याणी,घनश्याम कल्याणी,कामिनी, रूपिन, राधिका कल्याणी, तेजेश, पुष्पा मून्दड़ा, डॉ सुचिता,विनित तापडिय़ा, गरिमा, गौरव डागा, आरव, अक्षय, जगदीश, शशि ने पोथी पूजन करवाया। इस मौके पर नारायण डागा, विष्णु चांडक,पवन राठी,मोहित चांडक, गोवर्धन दम्माणी, नारायण मीमाणी, लक्ष्मीनारायण बिहाणी, नारायण दम्माणी, सौरभ चांडक, दिलीप उपाध्याय,संतोष कुमार सहित बड़ी संख्या में श्रद्वालुगण उपस्थित रहे।
आडसर पुरोहितान में मीसो द्वारा नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन
बीकानेर/ महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन बीकानेर ग्रेटर के तत्वावधान में एएसजी नेत्र चिकित्सालय के सहयोग से रविवार को आडसर पुरोहितान ग्राम पंचायत के जगदंबा भवन में निःशुल्क स्वर्गीय गोपाल सिंह राजपुरोहित स्मृति नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन प्रमुख समाजसेवी एवं मीसो के अध्यक्ष डॉ. नरेश गोयल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर डॉ. गोयल ने कहा कि जरूरतमंद व्यक्ति को सहयोग करना प्रत्येक व्यक्ति और स्वयंसेवी संस्था की जिम्मेदारी है, उन्होंने कहा कि थोड़ी सेवा करने वाला भी भामाशाह ही होता है।
शिविर संयोजक एडवोकेट महेंद्र जैन ने बताया की डॉ.अभिजीत बेनीवाल एवं उनकी टीम द्वारा 300 से अधिक नेत्र रोगियों के आंखों कि जांच के उपरांत जरूरतमंद को निशुल्क चश्मा एवं दवाइयां उपलब्ध कराई गई। उन्होंने बताया कि आधुनिक मशीनों से नेत्र जांच की गई। शिविर के दौरान मेडिकल टीम में कपिल चौहान, महेंद्र सिंह, मुनवीर, एवं सलमान की शानदार सेवाएं रही।
शिविर के दौरान बेहतरीन व्यवस्थाओं को संभालने वाली टीम में आयुष राजपुरोहित, अजीत सिंह, रतन सिंह, पुर्ण चंद राखेचा, हजारी देवड़ा, चंद्रजीत सिंह, त्रिभुवन सिंह,कल्याणमल सुथार, किरण कुमार मुंधडा, डाॅ.पूजा मोहता,प्रताप सिंह एवं नरपत सिंह के सहयोग से ही शिविर सफल हुआ।
बीकानेर। आज उदयरामसर ग्रामवासियों की मीटिंग उपसरपंच हेमन्त सिंह यादव के नेतृत्व में पंचायत भवन में दोपहर 12 बजे आयोजित की गई, जिसमें गांव के गणमान्य लोगो ने भाग लिया।
ग्रामीणों ने एकत्रित होकर उपसरपंच को बताया कि गांव की पंचायत की सरकारी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है तथा कुछ निर्माण कार्य भी करवाया जा रहा है,जिसे रोका जाना चाहिए तथा ग्राम पंचायत की भूमि को संरक्षित किया जाना चाहिए।
ग्रामीणों ने कहा कि इस भूमि के संरक्षण के लिए सम्पूर्ण ग्रामवासी तन मन धन से तैयार है तथा प्रशासनिक और न्यायिक प्रक्रिया के लिए उपसरपंच हेमन्त यादव से आग्रह किया।
ग्रामीणों के आग्रह पर संज्ञान लेते हुए उपसरपंच यादव ने निर्माण कार्य रुकवाने एवं प्रशासनिक कार्यवाही करने के लिए एक कमेटी का गठन किया,साथ ही ग्रामीणों में से सरकारी भूमि को कब्जामुक्त करवाने के लिए एक संघर्ष समिति का आगामी समय में गठन करने का निर्णय भी सर्वसम्मति से लिया गया।
यादव ने कहा कि यदि प्रशासन आगामी 15 दिवस में अवैध निर्माण को नहीं हटाता है तो आगामी समय में आंदोलन करने की रणनीति बनाकर संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा, जिसमें पूरे बीकानेर जिले की जनता को साथ ले कर बड़ा आंदोलन करने का निर्णय लिया जाएगा। ज्ञातव्य है कि उदयरामसर ग्रामपंचायत द्वारा 2011में इसी सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण व कब्जा करने के विरुद्ध राजस्थान रेवेन्यू बोर्ड से स्टे लिया गया था उसके बावजूद जमीन पर तारबंदी व कमरे के निर्माण हो रहे है।