Thar पोस्ट, बीकानेर । जिला परिषद बीकानेर शिक्षकभर्ती 1999 का एक प्रतिनिधि मंण्डल पंकजआचार्य एवं इंद्र जोशी के नेतृत्व में न्याय प्राप्ति अभियान के तहत बीकानेर पूर्व की विथायक सुश्री सिद्धि कुमारी से मिला और उन्हें अपनी पीड़ा से अवगत करवाते हुवे मुख्पमंत्री श्री अशोक गहलोत से पत्र लिख कर बेरोजगारों की पैरवी हैतु चर्चा की,जिसमे विधायक ने 23 साल के संघर्ष की पीड़ा जाहिर करते हुवे तत्काल..अपने पीए से इस पे मुख्यमंत्री को पत्र भिजवाने के निर्देश दिये ।इस मामले में कई बार बीकानेर जिला परिषद में
वर्ष 1999 में चयनित शिक्षकों को नियुक्ति देने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया था ।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में विधायक सिद्धी कुमारी ने कहा जिला परिषद् बीकानेर मे 1999 मे 250 पदों पर भर्ती निकाली एवं जिसके लिए सम्पूर्ण भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई,मगर एक सरकारी आदेश के माध्यम से इस पर रोक लगा दी गई,जो इस भर्ती प्रक्रिया के लम्बित होने का कारण बना I
सिद्धिकुमारी ने पत्र में कहा चयनित लम्बे समय से संघर्षरत्त है ।और कई बार आमरण – अनशन तक हुआ लेकिन तत्कालीन आश्वासन से ही अनशन समाप्त करना पड़ा। इसी संघर्ष के मध्य विभाग ने कई बार पत्र लिख कर सरकार से मार्गदर्शन माँगा जिसमे ये स्पष्ट अंकित किया है कि यदि सरकार निर्देश दे तो इस भर्ती को पूर्ण किया जा सकता है।
इस प्रकरण में किसी भी प्रकार की कोर्ट की रोक नही है और सरकार ने रोक लगाई है। वर्ष 2013 में तत्कालीन प्राथमिक शिक्षा निदेशक वी .श्रवण कुमार ने सरकार से भर्ती हैतु मार्गदर्शन एवं अनुमति माँगी थी,मगर उस पर भी कोई कार्यवाही नही हो पाई । मुख्यमंत्री को दिए पत्र में कहा राज्य सरकार ने 1/7/2003 को शिक्षा सचिव के माध्यम से आदेश भी जारी किये लेकिन वे आज दिनांक तक क्रियान्वित नही हो पाये,जबकि राज्य सरकार के पत्रांक एफ /13(244) प्रा.शि. वि./99 दिनांक 1/7/2003 को 250 पद हैतु वित्तिय स्वीकृति भी शासन सचिव विधि प्रकोष्ठ द्वारा दी जा चुकी है । 1999 अध्यापक भर्ती प्रकरण पर न्यायालय की किसी प्रकार की रोक नही,केवल सरकारी रोक है,जिसे "राज्य सरकार अपने स्तर पर हटाने मे सक्षम है,यदि सरकार रोक हटाती है तो इस प्रकरण का निस्तारण हो सकता है
प्रतिनिधि मण्डल में रामनारायण्,धुड़ाराम श्री लाल पुरोहित,जितेन्द्र श्रीमाली आदि शामिल थे