



Thar पोस्ट न्यूज। श्री कृष्ण माहेश्वरी मंडल के तत्वावधान में मूंदडा परिवार की ओर से आयोजित 38 वां सेठ गिरधर दास जगमोहन दास मूंदडा मेधावी विद्यार्थी पुरस्कार सम्मान समारोह आयोजित किया गया।



श्री कृष्ण माहेश्वरी मंडल के अध्यक्ष सत्यनारायण राठी ने बताया कि लक्ष्मी हेरिटेज में हुए समारोह में मंडल अध्यक्ष राठी ने बताया कि इस वर्ष आयोजित कार्यक्रम में सत्र 2022-23 तथा 2023-24 में सफल रहे विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
मंडल के उप मंत्री पवन कुमार राठी ने बताया कि पुरस्कार वितरण समारोह कार्यक्रम में जहां एक और मुख्य अतिथि के रूप में माहेश्वरी समाज के वरिष्ठ सदस्य नरसिंह मिमानी, विशिष्ट अतिथि बृजमोहन चांडक, मुख्य वक्ता डॉक्टर सुधा सोनी (डायरेक्ट एंड एडवाइजर महेश्वरी पब्लिक स्कूल) उपस्थित थे वही कार्यक्रम की अध्यक्षता डायरेक्टर सिंथेसिस मनोज बजाज सर ने की ।
कार्यक्रम में स्वागत अध्यक्ष के रूप में मूंदडा परिवार की ओर से हरिमोहन जी तथा शशि मोहन जी मूंदडा उपस्थित थे।
मंडल के मंत्री सुशील करनानी ने कार्यक्रम संबंधी मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से विद्या की देवी मां सरस्वती के छायाचित्र पर पुष्प हार अर्पित कर द्वीप प्रज्वलन के साथ किया।
तत्पश्चात सुश्री प्रिया चांडक द्वारा मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की गई। मंचस्थ सभी अतिथियों का श्री कृष्ण माहेश्वरी मंडल के सभी कार्यकारिणी सदस्यों तथा उपस्थित माहेश्वरी प्रबुद्धजन नागरिकों की ओर से ऊपरना ओढ़ाकर सम्मान किया गया।
मंडल के उपाध्यक्ष के किशन चांडक के अनुसार सर्वप्रथम प्रमुख उद्योगपति एवं समाजसेवी शशि मोहन मूंदडा ने अपनी ओर से शब्दों के माध्यम से आगंतुक सभी अतिथियों एवं सभागार में उपस्थित सभी माहेश्वरी लोगों का स्वागत करते हुए बताया कि यह पुरानी धारणा वर्तमान युग में सही नहीं है कि मां सरस्वती तथा मां लक्ष्मी दोनों में से किसी भी घर में केवल एक का ही निवास होता है वरन् वर्तमान में जहां मां सरस्वती का आशीर्वाद होता है वही मां लक्ष्मी का निवास भी होता है।
मुख्य वक्ता डॉ सुधा सोनी ने सर्वप्रथम उपस्थित व सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। वही मूंदडा परिवार की ओर से निरंतर 38 वर्षों से महेश्वरी समाज के बेटे बेटियों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उत्साह वर्धन हेतु सम्मानित किए जाने वाले विद्यार्थियों के लिए कार्यों की अपने शब्दों में भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए परंपरा का निरोहण करने पर शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सिंथेसिस के डायरेक्टर व माहेश्वरी समाज में शिक्षा की निरंतर अलख जगाने वाले मनोज बजाज सर ने बताया कि वर्तमान में जहां एक और हाई एजुकेशन प्राप्त करना बहुत जरूरी है वही प्रत्येक विद्यार्थी को इस क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए सर्वप्रथम अपना एक लक्ष्य निर्धारित करना होगा
उसे लक्ष्य तक पहुंचने के लिए विद्यार्थी को अपने दो श्रेणी निर्धारित ए तथा बी के रूप में करते हुए उसे प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। प्रत्येक विद्यार्थी को अपने माता-पिता के साथ बैठकर अपने आगामी भविष्य के निर्धारण हेतु शिक्षा संबंधी वार्तालाप अवश्य करनी चाहिए।
उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन केसमय की बात करते हुए बताया कि हमारे समय में प्रथम श्रेणी से
उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम रहती थी लेकिन वर्तमान में शिक्षा का महत्व बहुत अधिक बढ़ गया है।
जो भी विद्यार्थी अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार की शैक्षणिक सुझाव चाहता है तो वह हमेशा सादर आमंत्रित है। मनोज बजाज सर ने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धात्मक युग है और ऐसे युग में हर क्षेत्र में सदैव प्रयासरत रहना चाहिए।
मंडल के शिक्षा मंत्री मनोज बिहानी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस सम्मान समारोह के अंतर्गत पुरस्कृत होने वाली विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप चांदी से बने राधा कृष्ण की मूर्ति का मोमेंटो भेंट किया गया।
इस वर्ष 152 माहेश्वरी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया l इस वर्ष के सम्मान समारोह में सत्र 2022-23 तथा 2023 -24 में उत्तीर्ण सेकेंडरी तथा सीनियर सेकेंडरी वर्ग में 85% से ऊपर तथा ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन में 65% से ऊपर विद्यार्थियों के साथ दोनों वर्षों में प्राप्त प्रोफेशन डिग्री धारकों को भी सम्मानित किया गया। आज के सम्मान समारोह कार्यक्रम का सफल संचालन मंडल के उप मंत्री पवन कुमार राठी ने किया। अतिथियों को मंडल की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
मंडल के मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद राठी के अनुसार आज के कार्यक्रम में जहां एक और श्री कृष्ण माहेश्वरी मंडल कार्यकारिणी के सभी सदस्यों उपस्थित थे।
उपस्थित गणमान्य माहेश्वरी समाज के सदस्यों में मुख्य रूप से रामकिशन डागा, भंवरलाल राठी, जगदीश कोठारी, नारायण डागा, याज्ञवल्क्य दमानी,, तोलाराम पेड़ीवाल, गोपी किशन पेड़ीवाल, नारायण बिहानी, शिवकुमार चांडक, अनिल माहेश्वरी मनोज कुमार राठी, रामकुमार मुंघडा,, बसंत चांडक, श्याम सुंदर चांडक, किशन चांडक, घनश्याम कोठारी, नरसिंह मिमानी, इंद्र कुमार चांडक, मनोज बिहानी तथा महिलाओं में मुख्य रूप से शशि कोठारी, चंद्रकांता लोहिया, विभा बियानी, प्रिया चांडक तथा संतोष राठी आदि उपस्थित थे।