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IMG 20211028 WA0139 ग्राम लोक कार्यक्रम में भंवर सिंह सामौर का नागरिक अभिनंदन Bikaner Local News Portal साहित्य
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ग्राम लोक कार्यक्रम में भंवर सिंह सामौर का नागरिक अभिनंदन

मातृभाषा अभिव्यक्ति का सबसे सशक्त माध्यम हैं – मधु आचार्य आशावादी

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Thar पोस्ट, सुजानगढ़। साहित्य अकादेमी नई दिल्ली और मरूदेश संस्थान सुजानगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार दोपहर निकटवर्ती गांव ठरडा में ग्राम लोक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।जिसमें बोबासर गांव के मूल निवासी राजस्थानी के मूर्धन्य साहित्यकार भंवर सिंह सामौर का साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिलने पर नागरिक अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर उनको अभिनंदन पत्र, प्रतीक चिन्ह, शाॅल, साफा व साहित्य भेंट किया गया। मरूदेश संस्थान के अध्यक्ष डॉ. घनश्याम नाथ कच्छावा द्वारा संचालित इस आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली के राजस्थानी भाषा परामर्श मंडल के संयोजक मधु आचार्य आशावादी ने कहा कि मातृभाषा अभिव्यक्ति का सबसे सख्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि भंवरसिंह सामौर राजस्थानी साहित्य की वह अनमोल धरोहर है, जिसे सहेजकर रखने का दायित्व युवा पीढ़ी का है। सामौर ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए युगानुकूल कार्य करके हिंदी-राजस्थानी-अंग्रेजी-रोमन शब्दकोश की रचना करके पूरे देश के राजस्थानी समझाने का सूत्र दे दिया है। सामौर का पूरा जीवन एक ऋषि जैसा है, जो अपनी साधना में लीन रहता है।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक मनोज कुमार मेघवाल ने कहा कि भंवर सिंह सामौर ने साहित्य के माध्यम से क्षेत्र को गौरवान्वित किया है यह उपलब्धि हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।उन्होंने आयोजकीय संस्था मरूदेश संस्थान को भी बधाई देते हुए कहा कि साहित्य अकादेमी के ग्राम लोक कार्यक्रम के माध्यम से राजस्थानी भाषा साहित्य व संस्कृति का गांव गांव में प्रचार प्रसार हो रहा है और यह एक उपयोगी कार्यक्रम है । अपने उद्बोधन में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार भंवर सिंह सामौर ने कहा कि साहित्य अकादमी नई दिल्ली के माध्यम से उन्हें जो सम्मान मिला है उससे अधिक प्रसन्नता उनको आज अपनी मातृभूमि में सम्मानित होने पर हो रही है। सामौर ने कहा कि मां ,मातृभूमि और मातृभाषा का हर व्यक्ति पर कर्ज होता है ।उन्होंने कहा की यदि भाषा खत्म हो जाएगी तो हम समाप्त हो जाएंगे उन्होंने मातृभाषा के प्रति प्रेम के अनेक उदाहरण देते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मातृभाषा के महत्व को प्रतिबंधित किया ।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथियों ने किया और दीप मंत्र का पाठ ओमप्रकाश तूनवाल किया ।आयोजन के विशिष्ट अतिथि बीकानेर के हरीश बी. शर्मा, डॉ. गीता सामौर, उप सभापति अमित मारोठिया, विजय कुमार खेतान ,बाबा रामदेव सेवा समिति के अध्यक्ष जगदीश गुर्जर ,ग्राम पंचायत बोबासर के प्रतिनिधि आनंद सिंह आदि थे। इस अवसर पर मारवाड़ी युवा मंच से सुरेश अरोड़ा, डॉ.शर्मिला सोनी, दिलीप कटारिया, नरेश भागवानी, लीला देवी शर्मा ,चंद्रप्रभा सोनी, सुरभि पांडे ,रामचंद्र आर्य , गवरजा पत्रिका के बजरंगलाल जेठू ,महिपाल चाहर यामिनी सोनी आदि ने किया।
इस अवसर पर ग्राम लोक कार्यक्रम में छापर के गौरी शंकर भावुक, हाजी शमसुद्दीन स्नेही, पवन तोदी ,मदन लाल गुर्जर सरल आदि ने काव्य पाठ किया। अभिनंदन पत्र का वाचन नगेंद्र नारायण किराडू ने किया। कार्यक्रम में मंचस्थ अतिथियों का स्वागत सचिव कमलनयन तोषनीवाल, संयोजक किशोर सैन, सुमनेश शर्मा, सम्पतसिंह सामौर, नरेंद्र सिंह सामौर, विद्याधर पारीक, सिकन्दर अली, रामनिवास गुर्जर, पूर्णसिंह, डॉ. मानसिंह सामौर, ताराचंद स्वामी,, किशनलाल प्रजापत, लालचंद बेदी, इलियास खान, अब्दुल करीम खींची आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. घनश्याम नाथ कच्छावा ने किया।


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