

Thar पोस्ट न्यूज पाली।

श्री देवमुनी साहित्य संस्थान खंदरा-सुमेरपुर की ओर से प्रतिष्ठित राजस्थानी कवि-आलोचक एवं जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभागाध्यक्ष डाॅ.गजेसिंह राजपुरोहित को संस्थान के अध्यक्ष ह.भ.प. श्रीमंत रमेशसिंह देवीशंकर व्यास बोया-लोनावाला द्वारा सदगुरुदेव श्रीदेवमुनी महाराज की स्मृति में आयोजित 22वें ब्रह्मोत्सव समारोह में ‘ सदगुरु देवमुनी साहित्य पुरस्कार 2024 ‘ प्रदान कर पुरस्कृत किया गया ।

संस्थान के सचिव मोहब्बत सिंह फालनागांव ने बताया कि इस पुरस्कार के अंतर्गत संस्थान द्वारा डॉ. राजपुरोहित को इक्कीस हजार रुपए, शाॅल, श्रीफल, सदगुरुदेव की प्रतिमा एवं साहित्य भेंट कर पुरस्कृत किया गया। ज्ञातव्य है कि राजस्थानी भाषा-साहित्य के प्रतिष्ठित कवि – आलोचक डाॅ.गजेसिंह राजपुरोहित को हाल ही में उनकी राजस्थानी काव्यकृति ‘ पळकती प्रीत ‘ को साहित्य अकादेमी नई दिल्ली का साहित्य अकादेमी सर्वोच्च राजस्थानी अवार्ड 2023 घोषित हुआ है। इसी कड़ी में डाॅ.गजेसिंह राजपुरोहित के राजस्थानी भाषा – साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए श्री देवमुनी साहित्य संस्थान खंदरा द्वारा उन्हें सदगुरु देवमुनी साहित्य पुरस्कार 2024 प्रदान किया गया है। इस अवसर पर संस्था प्रधान हभप श्रीमंत रमेशसिंह देवीशंकर व्यास, प्रतिष्ठित गीतकार आदित्यसिंह, समाजसेवी मोहब्बतसिंह फालनागांव, कवि सुखसिंह आऊवा, प्रद्युम्नसिंह, ओम आचार्य, भंवर परिहार सहित राजपुरोहित समाज के अनेक प्रतिष्ठित रचनाकार, समाज बंधु एवं गुरूभक्त मौजूद रहे।