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Thar पोस्ट, न्यूज बीकानेर। टाइम्स ऑफ राजस्थान समाचार पत्र के निर्भीक पत्रकार स्वर्गीय अभय प्रकाश भटनागर की पुण्यतिथि के अवसर पर स्वर्गीय अभय प्रकाश भटनागर स्मृति संस्थान बीकानेर द्वारा उनकी स्मृति में महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम नागरी भण्डार में नगर के दो वरिष्ठ साहित्यकारों विशन मतवाला, डॉ. उमाकांत गुप्त एवं वरिष्ठ पत्रकारों हेम शर्मा एवं हरीशंकर आचार्य का शॉल, श्रीफल, प्रतीक चिन्ह, अभिनन्दन-पत्र, माला एवं श्रीफल अतिथियों व गणमान्य लोगों द्वारा अर्पित कर सम्मानित किया गया।
प्रारंभ में भटनागर के तैल चित्र पर अतिथियों एवं सम्मानित विभूतियों द्वारा माल्यार्पण एवं भावांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का आगाज मनुज देपावत के अमर गीत धोरा वाळा देश की सस्वर प्रस्तुति अविनाश व्यास ने दी।
स्व. भटनागर के व्यक्तिव एवं कृतित्व पर बोलते हुए कवि-कथाकार कमल रंगा ने कहा कि वे पत्रकारिता को जनजीवन के इतिहास की तरह देखते थे और पत्रकारिता में प्रयुक्त शब्दाभिव्यक्ति की हमेशा एक नैतिक कसौटी पर परखने के कायल थे।
कार्यक्रम के अध्यक्ष महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने उन्हें स्मरण करते हुए कहा कि जैसा मैंने ज्ञात हुआ स्वर्गीय भटनागर की पत्रकारिता का एक सृजनात्मक आयाम भी रहा है,कि वो बेबाक टिप्पणी करते थे और उनके सान्निध्य में रही नयी पीढ़ी के लेखन में मुंह बोलती नज़र आती है, स्व. भटनागर मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के प्रकाशस्तंभ की तरह है। युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। उनकी खबर शब्द को नई अर्थवत्ता देते हुए कई संदर्भों को लिए हुए होती थी जिसकी प्रासंगिकता आज भी है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजूवास विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति दो ए.के. गहलोत ने उनके पत्रकारिता से जुड़े संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि अभय प्रकाश भटनागर ने हमेशा नई पीढ़ी के पत्रकारों को प्रोत्साहित किया और जब भी कोई बात उन्हें समझानी होती तो सरल सहज शब्दों में बात कहते, स्व. भटनागर ने टाइम्स ऑफ राजस्थान के माध्यम से पत्रकारिता का एक नया मुहावरा गढ़ा, उन्होंने कभी किसी से समझौता नहीं किया।पत्रकार शिवचरण शर्मा ने उन्हें स्मरण करते हुए कहा कि वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और अपने अखबार की नियमितता पर भी विशेष ध्यान देते थे।
भटनागर जी को स्मरण करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार मधु आचार्य ने कहा कि वे एक सच्चे पत्रकार थे और उन्होंने कई पीढियां को पत्रकारिता में संस्कारित किया
इस अवसर पर अपने सम्मान के प्रतिउत्तर में विशन मतवाला ने कहा कि अभय भटनागर मौलिक की तलाश में रहने वाले शाश्वत खोजी पत्रकार थे। उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से उन्हें नमन किया। इसी तरह डाॅ. उमाकांत गुप्त ने कहा कि उनका जीवन लोकहितार्थ था जिसके लिए उन्होंने अपने निजी और सार्वजनिक जीवन में बड़े त्याग किए। स्वर्गीय भटनागर पत्रकारिता करते नहीं असल में उसे जीते थे। इस अवसर पर उन्हें स्मरण करते हुए वरिष्ठ पत्रकार हेम शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने कार्य को समर्पित भाव से किया था तथा मैंने पत्रकारिता के क्षेत्र में उनसे बहुत सीखा। उनके द्वारा पत्रकारों के लिए संघर्ष करना आज भी प्रासंगिक है। इसी क्रम में जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक हरिशंकर आचार्य ने कहा कि वे सही अर्थो में पत्रकारिता करने वाले बहुआयामी व्यक्तित्व थे। आचार्य ने उनसे जुडे़ हुए कई संस्मरण साझा किए।
इस अवसर पर समारोह अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि को संस्था के नंदकिशोर सोलंकी कमल रंगा,बुनियाद ज़हीन, क़ासिम बीकानेरी ज़ाकिर अदीब, इरशाद अजीज गंगाबिशन विश्नोई द्वारा प्रतीक चिन्ह,शॉल ओढ़ाकर एवं माला अर्पित करके सम्मानित किया गया। प्रारंभ में सभी का स्वागत वरिष्ठ शायर इरशाद अज़ीज़ ने किया।
सम्मानित विभूतियों के सम्मान पत्र का वाचन डॉ. निकिता सोलंकी, संजय सांखला, आत्माराम भाटी और इंजीनियर निलय सोलंकी ने किया।
इसी तरह अपनी भावांजलि व्यक्त करते हुए नन्द किशोर सोंलकी, एडवोकेट पारसनाथ, डाॅ. ज्ञानप्रकाश भटनागर, मधु आचार्य आशावादी, डाॅ. दिनेश चौहान रमेश सुराणा, अली अकबर, बुनियाद हुसैन, निलय सोंलकी, सरदार अली पड़िहार, राजा सेवग, जे.पी. व्यास, मोतीलाल हर्ष, गंगाबिशन विश्नोई, पवन भाटी एडवोकेट, श्रीमती प्रतिमा तिवाड़ी, अनिल तिवाड़ी, राजेन्द्र जोशी,मधुरिमा सिंह,गिरिराज पारीक, पं. गोपाल गौतम, छगन सिंह, डॉ.फारूक चौहान, श्रीमती सरोज भाटी, डॉ. पी.आर. भाटी कुलदीप सिंह गहलोत, इसरार हसन कादरी, दीपेश भटनागर, उमेश तंवर, महेन्द्र गवालिया, राजेंद्र स्वर्णकार, सुमित शर्मा, अशोक शर्मा, अमित गोस्वामी, डॉ.असित गोस्वामी, दिनेश सक्सेना, बी. एल. नवीन, गोपाल कुमार कुंठित, रवि पुरोहित, पवन सोनी, दीपचंद सांखला , डॉ.जयकांत गुप्त, कपिला पालीवाल, मोईनुद्दीन मुईन, घनश्याम सिंह, सहित नगर की विभिन्न कलाओं के से जुड़े गणमान्य लोगों ने अपनी भावांजलि अर्पित करते हुए स्वर्गीय भटनागर को स्मरण किया और उनसे प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संयोजन वरिष्ठ पत्रकार कवि हरीश बी.शर्मा ने किया एवं आभार स्मृति संस्थान की सचिव सरोज भटनागर ने ज्ञापित किया।
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