Thar पोस्ट, न्यूज। गर्मी में नींबू की खपत तेज़ी से बढ़ जाती है, लेकिन इस बार नींबू ने सबके पसीने छुड़ा रखे हैं। यह नींबू अब नीम्बूडा हो गया है। इसकी हिफाजत के लिए ही अब पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। उत्तर भारत में इस साल गर्मी जल्दी आ गई है और इसी बीच बाजारों में नींबू बहुत महंगा हो गया है। नींबू बाग और बाजारों से चोरी हो जा रहे हैं.। भारत में नींबू के दाम जिस ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, इससे पहले वैसा कभी नहीं देखा गया. ना सिर्फ फुटकर और थोक नींबू के दाम आसमान छू रहे हैं बल्कि अब तो नींबू की चोरी भी हो रही है और नींबू के बाग के मालिकों को रात-दिन बाग की पहरेदारी करनी पड़ रही है.दाम के मामले में सेब, आम, कीवी, अंगूर जैसे फलों से भी आगे निकल चुके नींबू की यूपी के कई इलाकों में चोरी की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. गोदामों से नींबू चोरी की घटनाओं के बाद अब बगीचों से भी नींबू चोरी होने लगे हैं. इटावा में दो दिन पहले ऐसी ही एक घटना सामने आई है. इसे देखते हुए बाग मालिक अपने बगीचों की रखवाली चौबीस घंटे कर रहे हैं और इसके लिए उन्हें अलग-अलग शिफ्टों में लाठी-डंडे लेकर ड्यूटी देनी पड़ रही है.इसी तरह बरेली जिले की डेलापीर मंडी से चोरों ने एक गोदाम से पिछले हफ्ते करीब आधा क्विंटल नींबू चोरी कर लिया. इसे लेकर व्यापारियों ने काफी हंगामा किया. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, काफी हाथ-पैर मारा लेकिन कुछ पता नहीं चल सका. इसी तरह पिछले दिनों शाहजहांपुर की बजरिया सब्जी मंडी से भी गोदाम का शटर तोड़कर नींबू की चोरी हो गई. इटावा में एक किसान के बाग से ही चोर रात में नींबू तोड़ ले गए, जिसकी वजह से अब वहां भी बाग मालिक पहरेदारी करने लगे हैं.कानपुर के बिठूर इलाके में नींबू लुटेरों का खौफ साफ दिख रहा है. यहां लाठी लिए लोग रात भर नींबू के बाग में पहरा दे रहे हैं. यहां बिठूर के अलावा चौबेपुर, कटरी, मंधना जैसे कई इलाकों का भी यही हाल है जहां हजारों बीघे में नींबू के बाग हैं. ऐसा पहली बार है कि नींबू के बगीचों की इस तरह से रखवाली करनी पड़ रही है.राम अभिलाष निषाद के बिठूर में नींबू के दो बड़े बाग हैं. वो कहते हैं, “नींबू का दाम अचानक बहुत बढ़ जाने से बगीचों से इसकी लूट होने लगी है. कई बगीचों से लोग रात के अंधेरे में नींबू तोड़ कर भाग जा रहे हैं. हालांकि बगीचों की रखवाली वैसे भी करनी पड़ती है कि कोई जानवर ना आ जाए लेकिन चोरों से रखवाली में इतनी मेहनत पहले कभी नहीं करनी पड़ी. बड़े बगीचों के मालिकों ने तो निगरानी के लिए पहरेदार रखे हैं जबकि छोटे बगीचों के मालिक खुद ही परिवार के साथ रात भर पहरा दे रहे हैं. पहरेदारी में हजारों रुपये खर्च भी हो रहे हैं.”
दाम में भारी तेजी
इस मौसम में नींबू की मांग ज्यादा होती है क्योंकि शिकंजी समेत कई अन्य चीजों में इसका इस्तेमाल बढ़ जाता है. दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में एक नींबू की कीमत दस रुपये या उससे भी अधिक है. गाजियाबाद में नींबू के एक थोक व्यापारी अफसर अहमद कहते हैं, “पहले नींबू की जो बोरी सात-आठ सौ रुपये में मिलती थी, वही बोरी अब तीन हजार रुपये से भी ज्यादा में मिल रही है. प्रति किलो इसके भाव तीन सौ रुपये तक पहुंच गए हैं जबकि सामान्य तौर पर 70-80 रुपये से ज्यादा कभी नहीं रहते।