Tp न्यूज़। आसाराम बापू से मिलने उनकी शिष्या शिल्पी किसी तरह कामयाब हो गई। इससे पुलिस में हड़कंप मच गया। आसाराम की सेहत में सुधार के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। कड़ी सुरक्षा के बीच जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल से आसाराम को केंद्रीय कारागृह ले जाया गया। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी सभी जांच रिपोर्ट सामान्य रही और दो दिन भर्ती रहने के बाद उन्हें वीरवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इस दौरान अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में आसाराम के श्रद्धालु पहुंचे थे, जिसके लिए पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। मंगलवार मध्य रात्रि को तबीयत बिगड़ने पर अपने ही गुरुकुल की नाबालिग के साथ यौन शोषण के आरोपित आसाराम को सेंट्रल जेल से गांधी अस्पताल लाया गया था मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती यौन शोषण (Sexual Exploitation) के अभियुक्त आसाराम (Asaram) से मिलने के लिये गुरुवार को पुलिस की आंखों में धूल झौंककर उनकी शिष्या शिल्पी (Shilpi) वहां पहुंच गई। बाद में इसका पता चलने पर आसाराम की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया. मीडिया से बातचीत करते हुए शिल्पी ने कहा कि आसाराम हमारे दादा की उम्र के हैं। वे इस तरह का कोई काम नहीं कर सकते हैं। लेकिन उन पर किसी को दया नहीं आ रही है. उन पर लगे हुये सभी आरोप निराधार हैं. वह उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती है।
3 दिन पहले अस्पताल में भर्ती किया गया था आसाराम को
आसाराम को तीन दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर देर रात एमडीएम अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसके बाद बुधवार को भी आसाराम के कई तरह के टेस्ट किये गये। आज भी वह सिलसिला जारी रहा. आसाराम की सुरक्षा में कई सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. उसके बावजूद इस केस में उनके साथ सह अभियुक्त रही शिल्पी अस्पताल में सीसीयू सेंटर के के बाहर पहुंच गई और किसी भी पुलिसकर्मी और अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लगी. लेकिन जैसी ही मीडिया की नजर उस पर पड़ी तो वह सपकपा गई।
शिल्पी सह आरोपी है
अपने ही आश्रम की नाबालिग लड़की के यौन शोषण के मामले में आसाराम जोधपुर स्थित सेंट्रल जेल में जीवन की आखिरी सांस तक जेल की सजा काट रहे हैं. इस केस में शिल्पी में सह अभियुक्त रही है. उसे भी इस केस में सजा हो चुकी है. लेकिन वह फिलहाल जमानत पर चल रही है. जबकि आसाराम ने अपनी जमानत के तमाम प्रयास कर लिये, लेकिन उसमें अभी तक सफल नहीं हो पाये हैं।