Thar पोस्ट, न्यूज। भीमसेन चौधरी ने लिखी धोरों में विकास की तकदीरः गुप्ता।आजाद भारत की प्रजातांत्रिक व्यवस्था में गांव और गरीब के विकास को लेकर जिन धरतीपुत्रों ने काम किया, उनमें भीमसेन चौधरी के नाम सर्वदा जनता के मानस पटल पर रहेगा। वर्ष 1950 के बाद बीकानेर जिले में धोरां धरती पर विकास की तकदीर अगर किसी जननेता ने लिखी तो वो भीमसेन चौधरी ही थे। यह बात पूर्व विधायक व भीमसेन चौधरी के साथी अधिवक्ता रहे रामकृष्णदास गुप्ता ने कही।
किसान नेता पूर्व मंत्री भीमसेन चौधरी के 100 वें जन्म दिवस यानी जन्म शताब्दी के अवसर पर बीकानेर पंचायत समिति की ओर से आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए भीमसेन चौधरी स्मारक समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक रामकृष्णदास गुप्ता ने कहा कि भीमसेन चौधरी धोरां धरती पर रहने वाले जनमानस की खुशहाली के लिए जीवन पर्यन्त सेवाभाव से काम करने वाले जननेता थे, यही कारण है कि लूणकरणसर की जनता ने उन्हें विधानसभा चुनाव में कभी निराश नहीं किया और वे छह बार विधायक चुने गए। गुप्ता ने कहा कि अहिंसा परमोधर्म के सिद्धांत को आत्मसात करते हुए पशु बलि पर रोक को लेकर निजी बिल पारित करवाकर भीमसेन चौधरी ने कालजयी काम किया, उन्हें मरूधरा के गांधी की संज्ञा दी जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
बीकानेर पंचायत समिति सभागार में शुक्रवार को देर शाम आयोजित इस विचार गोष्ठी में पूर्व विधायक रामकृष्णदास गुप्ता ने कहा कि राजस्थान के राजनीतिक इतिहास पर जाएं तो भीमसेन चौधरी ने अपने व्यक्तिगत हित को छोड़कर लूणकरणसर क्षेत्र की जनता के सुनहरे भविष्य के लिए कई ऐसे निर्णय लिए, जिनता सफलतम परिणाम लूणकरणसर लिफ्ट नहर आप सब के सामने हैं। सत्ता में खेमेबाजी का दौर सर्वदा चला गया है कि लूणकरणसर के विकास को लेकर भीमसेन चौधरी ने भी अपने हित को छोड़कर उसे खेमे में जाना उचित समझा, जहां से अपने क्षेत्र के लोगों का आर्थिक , सामाजिक व शैक्षिण उत्थान करा सकें।
लोकमत समाचार पत्र के संपादक व वरिष्ठ पत्रकार अशोक माथुर ने कहा कि भीमसेन चौधरी लोकतंात्रिक चरित्र के व्यक्ति थे और उनमें सबको साथ लेकर चलने की क्षमता थी। क्षेत्रीय विकास को लेकर उनका जो दृष्टिकोण था, उसकी बदौलत ही आज का बीकानेर कृषि, पशुपालन और उद्योगों की दृष्टि से सम्पन्न है।
वरिष्ठ साहित्यकार, रंगकर्मी और पत्रकार मधु आचार्य आशावादी ने कहा कि भीमसेन चौधरी एक समर्पित जनप्रतिनिधि के साथ-साथ एक्टिव पॉलीटिशियन भी थे। उन्हें उस दौर के राजनीतिक दौर में एक्टिविस्ट की संज्ञा दी जाए तो सही है। एशिया की पहली लिफ्ट नहर का ड्राफ्ट तैयार कर उसे मूर्तरूप दिलाना, सत्तर के दशक में ही नए औद्योगिक क्षेत्र स्वीकृत कराना, बीकानेर में उरमूल डेयरी की स्थापना तथा साठ से अस्सी के दशक के बीच गांवों में विद्युतीकरण की योजना का ड्राफ्ट तैयार करवाना, सरीखे काम उनके एक्टिविस्ट वाली विचारधारा को इंगित करता है। आचार्य ने कहा कि भीमसेन चौधरी की उसी दूरगामी सोच का परिणाम है कि आज का बीकानेर हर क्षेत्र में संसाधनों की उपलब्धता के चलते प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
विचार गोष्ठी में पूर्व मंत्री एवं भीमसेन चौधरी स्मारक समिति के सचिव वीरेन्द्र बेनीवाल ने कहा कि एक पुत्र के रूप में उन्होंने अपने पिता स्वर्गीय भीमसेन चौधरी के व्यक्तित्व से जो सीखा, उसे अपने जीवन में आत्मसात किया और उसी मार्ग पर आज तक चल रहे हैं। वीरेन्द्र बेनीवाल ने कहा कि लूणकरणसर की जनता का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने भी अपने पिता की दूरगामी सोच और विचारों को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के विकास के लिए प्रयास किए और आगे भी जनता का आशीर्वाद मिला तो करते रहेंगे।
गोष्ठी में इंदिरा गांधी नहर परियोजना, सूरतगढ़ शाखा केन्द्रीय अध्यक्ष भागीरथ सिंह खीचड़ ने लूणकरणसर लिफ्ट नहर की परिकल्पना और इसे साकार करने के लिए किसान हितैषी भीमसेन चौधरी द्वारा किए गए ऐतिहासिक काम की विवेचना की। गोष्ठी के समापन पर आभार संबोधन बीकानेर पंचायत समिति के प्रधान लालचंद आसोपा ने दिया।
इस मौके पर भीमसेन चौधरी स्मारक समिति के अर्जुनराम कूकणा, वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यपाल सहू, प्रदेश कांग्रेस सचिव शिवलाल गोदारा, पूर्व सरपंच गोविन्द राम मूण्ड, सुखरामा राम चौधरी, जिला परिषद सदस्य मदन मूण्ड, पंचायत समिति सदस्य सुभाष नायक, शेरूशाह, राजेरां सरपंच महेन्द्र गोदारा, पूर्व सरपंच रामदयाल गोदारा, सूरतसिंहपूरा सरपंच प्रतिनिधि मूलाराम मांझू, कांग्रेस मंडल अध्यक्ष, मूलाराम जाखड़, पूर्व पंचायत समिति सदस्य रामेश्वर मेघवाल, डॉ. के.के.सिंह, डॉ. राहुलराज, महावीर नैण, विशालसिंह बेनीवाल व मोहन कस्वां सहित विभिन्न समाजों से गणमान्यजनों ने विचार गोष्ठी में किसान नेता भीमसेन चौधरी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इससे पूर्व भीमसेन चौधरी बालोद्यान में राजस्थान यूथ क्लब के अध्यक्ष मनोज चौधरी के नेतृत्व में पौधरोपण किया गया। यहां पर भी भीमसेन चौधरी की तस्वीर पर एजाज पठान, नारायण जैन, भागीरथ जाखड़ और गोवर्धनलाल मीणा आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की।
कृषि विश्वविद्यालय व उरमूल डेयरी में आयोजित हुआ पुष्पांजलि कार्यक्रम
उरमूल डेयरी में संस्था के संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष पूर्व मंत्री भीमसेन चौधरी का 100 वां जन्मदिवस मनाया गया। यहां पर डेयरी के प्रबंध निदेशक बाबूलाल बिश्नोई, निदेशक राजेश गोदारा, सूरजाराम भादू, सुखराम चौधरी, शंकर मूण्ड, उरजाराम व मोहन चौधरी सहित अन्य अधिकारियों व यहां मौजूद पशुपालकों ने स्वर्गीय भीमसेन चौधरी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इसी प्रकार स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय में स्थित भीमसेन चौधरी किसान भवन में भी पूर्व मंत्री भीमसेन चौधरी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनका 100 वां जन्मदिवस मनाया गया।