Thar पोस्ट, बीकानेर/लालगढ़ । महाराजा श्री गंगासिंहजी ने अपने शासनकाल में बीकानेर में कई ऐतिहासिक इमारतों व सार्वजनिक पार्क आदि का निमार्ण करवाया था। बीकानेर स्थित पब्लिक पार्क उन में से एक हैं। इस ऐतिहासिक पार्क के निर्माण सन् 1911 में प्रारम्भ हो चुका था। इसकेे लिए महाराजा गंगासिंहजी ने तत्तकालिन विख्यात वास्तुकारों व इंजिनियर्स से सलाह कर इस पार्क की डिजाईन तैयार करवाई तथा इसमें लगने वाली रैलिंग्स व दरवाजों को विशेष रुप से तैयार करवाया गया था।अभी हाल ही में पब्लिक पार्क के मुख्य गेट, जो कि क्षतिग्रस्त हो गया था, की मरम्मत हेतू स्थानीय प्रशासन ने इसे ठीक करने के कार्य में बहुत ही लापरवाही बरतते हुए प्रारम्भ किया, जो कि बहुत ही निन्दनीय हैं। बिना किसी एस्पर्ट की सलाह लिए आननफानन में गेट को हटाने का प्रयास किया गया जिसके परिणामस्वरुप उसका पिल्लर और क्षतिग्रस्थ हो गया।पब्लिक पार्क मे लगे गेट व इसकी रैलिंग आदि ऐतिहासिक धरोहर हैं तथा पूरे विश्व में विख्यात हैं। यह पार्क तथा इसके दरवाजे आदि यहाॅं आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र हैं। बीकानेर की ऐतिहासिक धरोहर के साथ इस तरह से छेड़छाड़ करना बहुत ही चिंताजनक व गैरजिम्मेदारी वाला कदम तथा धोर निन्दनीय कार्य हैं। इस तरह की लापरवाही व ऐतिहासिक महत्व के दरवाजे के साथ छेड़छाड़ को लेकर स्थानीय जनता में भी प्रशासन के खिलाफ व्यापक आक्रोश व्याप्त हैं।
महाराजा गंगासिंहजी ट्ृस्ट की अघ्यक्षा, प्रिंसेस राज्यश्री कुमारी ने जनप्रतिनिधियों, पर्यटन मंत्री व बीकानेर प्रशासन को पत्र लिखकर उक्त पब्लिक पार्क के गेट के साथ इस तरह से छेड़छाड़ करने पर धोर आपति जताई हैं तथा जिला कलेक्टर से आग्रह किया हैं कि इस क्षतिग्रस्थ दरवाजे व पिल्लर को एक्पर्ट वास्तुकारों व इंजिनियर्स से सलाह करके इसे पुनः इसके मूल रुप में स्थापित किया जाए ताकि इस ऐतिहासिक महत्व के दरवाजे व बिल्डिंग को संरक्षित किया जा सके।