



Thar पोस्ट न्यूज। पूर्व चर्चित संभागीय आयुक्त नीरज के पवन आज बीकानेर में रहे। नंदलाल जोशी चेरिटेबल फाउण्डेशन के तत्वावधान में गुरुवार को यहां जिला उद्योग संघ के सभागार में स्पोर्टस समिट 2025 का आयोजन किया गया।



बीकानेर शहर में पहली बार आयोजित हुई इस स्पोर्टस समिट में बीकानेर को स्पोर्टस हब बनाने तथा खेलों के विकास को लेकर एवं स्कूली जीवन से बच्चों को खेलों से जोड़ने हेतु अनेक सुझावों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद के अध्यक्ष नीरज के पवन ने इस दौरान भामाशाहों व समाजसेवियो से खेलों के विकास हेतु आगे आने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की फिट इंडिया अभियान की तर्ज पर राज्य सरकार भी खेलों के विकास को लेकर संकल्पित है। इसके लिए सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं ला रही है जिसमें आगामी दिनों में बीकानेर में स्पोर्टस कॉलेज भी खुलना प्रस्तावित है। इसके लिए जमीन आवंटन न होने तक राजकीय डूंगर कॉलेज के ही एक हिस्से में जल्द ही इसे शुरू किया जाएगा।
स्पोर्टस कौंसिल के चेयरमैन नीरज के पवन ने कहा कि जल्द ही शिक्षा विभाग के साथ मिलकर ग्राम पंचायत स्तर पर बच्चों को खेलों से जोड़ने के लिए स्टेडियम बनाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी मंशा है कि स्कूली जीवन से ही बच्चे किसी न किसी खेल से अवश्य जुड़े तभी भारत मैडल ला पाएगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यूरोप के अनेक छोटे छोटे देशों में खेलों को प्राथमिकता दी जाती है जबकि यहां खेलों को लेकर नकारात्मक धारणा रहती है
नीरज के पवन ने कहा कि हमारे यहां अक्सर कहा जाता है कि खेलोगे कूदोगे तो होएंगे खराब, पढेंगे लिखेंगे तो बनेंगे नवाब जैसा घटिया उदाहरण दिया जाता है जबकि ऐसा नहीं है। खेलों में न केवल शोहरत है बल्कि इसमें पैसा भी बहुत है। यदि भामाशाह व समाजसेवी आगे आए तो स्टेडियम बनाने के लिए सरकार जमीन देने को तैयार है। उस इंडोर स्टेडियम में भामाशाह होटल, मैरिज गार्डन, शॉपिंग मॉल भी बना सकते हैं जो आय का स्त्रोत हो सकता है। इसे पीपीपी मोड पर बनाया जाना संभव है।
नीरज के पवन ने चिंता जताते हुए कहा कि आपके बीकानेर में 19 कोच है मगर उनकी जिम्मेदारी तय नहीं है। वे लोग मैदानों में भी नहीं जा रहे हैं। राज्य में 500 कोच ही है। ये पद बेहद कम है। इसे बढाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही कोचों की जिम्मेदारी तय करेंगे और स्कूली बच्चों को खेलों से जोडेंगे। उन्होंने बताया कि शिक्षा निदेशालय से बात चल रही है जल्द ही स्कूलों में निर्धारित खेल कालांशों को धरातल पर लाएंगे और कोचों की जिम्मेदारी तय बच्चों को रोजाना खेल कांलाशों में खेलाएंगे। इसके साथ साथ खेल संसाधन व उपकरण भी मुहैया कराएंगे जाएंगे। उन्होंने सभागार में मौजूद लोगों से आह्वान किया कि वे बीकानेर को स्पोर्टस हब बनाने के लिए आगे आएं हम सहयोग को तत्पर
है स्पोर्टस समिट के विशिष्ट अतिथि बीकानेर के मंडल रेल प्रबंधक आशीष कुमार ने कहा कि बीकानेर में खेलों के विकास व खिलाडियों के विकास के लिए रेलवे हमेशा तत्पर है। हमारे पास पर्याप्त उपकरण व मैदान मौजूद है। हमारे रेलवे के खिलाडी कई इंटरनेशनल स्तर पर मैडल ला चुके हैँ। हम भी बीकानेर में खेलों के विकास के लिए प्रयासरत है तथा हरसंभव मदद को भी तैयार है।
जयपुर के एमएनआईटी के अधिकारी सुबीर देबनाथ ने प्रोजेक्टर पर खेलों को बढावा देने के लिए एक प्रजेंटेशन दिया। कर्नल राजवीर सिंह राठौड तथा जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डीपी पच्चीसिया ने भी विचार रखे।
संयोजक नेशनल कोच अनिल जोशी ने स्पोर्टस समिट के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस समिट की बीकानेर की लंबे समय से आवश्यकता महसूस की जा रही थी। यह सौभाग्य है कि राज्य क्रीडा परिषद के अध्यक्ष नीरज के पवन इस समिट को संबोधित करने आए हैं। जोशी ने कहा कि बीकानेर में खेल के संबंध में असीम संभावनाएं है यहां तीन तीन अर्जुन अवार्डी व कई गोल्ड मैडलिस्ट खिलाडी मौजूद है। संचालन रविन्द्र हर्ष व ज्योति प्रकाश रंगा ने किया। अंत में शिक्षाविद व साहित्यकार राजेन्द्र जोशी ने आभार जताया।
बैडमिंटन में गणेश पुरोहित, प्रेरणा व्यास, जागृत बिन्नाणी, अनिकेत बिस्सा, साहिल राजपुरोहित को सम्मानित किया गया। योग में भुवनेश पुरोहित, मनीष बिश्नोई, मुकुल स्वामी, विजयश्री व्यास, तृप्ति ओझा को तथा बॉक्सिंग में वैभवराज भाटी, वैभव कंवर, पॉवर लिफ्टर रेखा आचार्य, राहुल जोशी, चिराग शर्मा, विष्णु जोशी को भी सम्मानित किया गया। कूडो खेल में प्रियंका सिंह, चिरंजीव तिवाडी, दीपाली हटीला, अंकिता मारू को, नेटबॉल में हितेन्द्र मारू, जुगल किशोर, किशन गोपाल, निधि शर्मा को सम्मानित किया गया। फुटबॉल में गोकुल जोशी, रामेश्वर व्यास, भूपति बिस्सा, जिवेश ओझा, आशीष किराडू को तथा भारोत्तोलन में नवरतन रंगा, कपिलसिंह राठौड, केशव बिस्सा, कृष्णा ओझा, स्वाति पंवार को तथा बास्केटबॉल में फूसाराम भादू, दिलीप बिश्नोई, कुणाल यादव, मयंक जावा, संपत राठौड, प्रकाश गहलोत, निशा लिंबा को सम्मानित किया गया। साईकिंलिंग में मोनिका घाट, नारायण गोदारा को तथा तीरदांजी में श्यामसुंदर स्वामी, माया बिश्नोई, प्रांजल ठोलिया, पवन गाट को सम्मानित किया गया।
यूआईटी के पूर्व चेयरमैन महावीर रांका, गोभक्त समाजसेवी देवकिशन चांडक देवश्री, बीकानेर व्यापार उद़्योग मंडल के अध्यक्ष जुगल राठी, उद्यमी कन्हैयालाल बोथरा, समाजसेवी सुनील चमडिया, समाजसेवी राजेश चूरा, नित्यानंद पारीक, भाजपा नेता जेपी व्यास, अखिलेश प्रताप सिंह, कांग्रेस के नेता संजय आचार्य, बिट्ठल बिस्सा, तीरदांज श्यामसुंदर स्वामी, शंशाक जोशी, किशन पुरोहित, भुवनेश पुरोहित, भंवरलाल, सावन पारीक, नितेश रंगा, पिंटू राठी, असमा नाज, मल्लिका सप्रा तथा एडीईओ अनिल बोडा, कपिल हर्ष सहित अनेक लोग मौजूद थे।