Thar पोस्ट, बीकानेर। न केवल ब्रज में बल्कि बीकानेर की भी होली जग प्रसिद्ध है। बीकानेर में होली देखने खेलने के लिए दूर दूर से आते हैं। होली वाले दिन नत्थूसर गेट पर तणी तोड़ने का भी इतिहास परम्परा रही है। पूरा इलाका गुलाल के गुब्बार की आगोश में चला जाता है। होली के गीतों के बीच जोशी जाति के व्यक्ति द्वारा तणी काटी जाती है। जोशी को कंधा किराडू जाति द्वारा प्रदान किया जाता है और सूरदासाणी पुरोहितों द्वारा तिलक लगाया जाता है। तणी कटने के साथ ही लोगों ने जमकर गुलाल उछाली, जिससे समूचा वातावरण सतरंगी हो गया। पूरा नत्थूसर गेट रंग बिरंगी गुलालों से अट गया। होली के मौके पर खुशियों से सरोबार लोगों ने एक दूसरे पर रंग-गुलाल उछाला। इसके चलते पूरा इलाका रंगीन हो गया।
बीकानेर के कृष्ण मंदिरों में होली की धूम रही। राज रतन बिहारी मंदिर में ब्रजांग बाबा के सान्न्ध्यि में होली का आयोजन हुआ। भक्तों ने एक दूसरे पर रंग लगाकर शुभ कामनाएं दी।