Thar पोस्ट न्यूज। दीपावली पर सोने से लेकर मिट्टी तक सब कुछ बिक जाता है। इस त्योहार का फायदा उठाकर नकली माल भी बेच दिया जाता है। नकली और असली में फर्क करना जरूरी हो जाता है, बादाम में पाए जाने वाले तमाम पौष्टिक तत्व आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए वरदान साबित हो सकते हैं। लेकिन अगर यही बादाम नकली हों, तो आपकी सेहत बुरी तरह से डैमेज भी हो सकती है। इसलिए बादाम की क्वालिटी की जांच करना बेहद जरूरी है।
इन बातों का रखे ध्यान
दरअसल, बादाम का कलर और शाइन बढ़ाने के लिए बादाम में केमिकल्स की मिलावट की जाती है। इस तरह की मिलावट वाले बादाम खाने से आपको सेहत से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सबसे पहले एक साफ कटोरे में पानी निकालें। अब मुट्ठी भर बादाम को इस पानी में रातभर के लिए डुबोकर छोड़ दीजिए। ध्यान रखे कि पानी की मात्रा कम न रह जाए। सुबह बादाम को पानी से बाहर निकालकर इनका छिलका उतार दें। अगर बादाम का छिलका आसानी से उतर जाता है और छिलके के अंदर बादाम की त्वचा सफेद दिखाई देती है, तो बादाम में मिलावट होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। अगर बादाम के पानी का रंग साफ रहता है, तो बादाम में मिलावट नहीं है। वहीं अगर बादाम के पानी का रंग भूरा हो गया है, तो समझ जाइए कि बादाम में केमिकल्स हैं। मिलावटी बादाम का रंग अधिक गहरा होगा। जिसे हाथ मे रगड़ने से पाउडर लगने सा अहसास होगा।
सेहत से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए मिलावटी बादाम को अलविदा कहना बेहद जरूरी है। केमिकल युक्त बादाम एलर्जी का कारण भी बन सकते हैं।