Thar पोस्ट, राजस्थान। हिरण मांस बेचते हुए पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सदर पुलिस ने की और वन विभाग की टीम को सुपुर्द कर दिया है। मामला रविवार का है जब गांव में हरिण का शिकार करके उसका करीब 16 किलो मांस लेकर कुछ शिकारी बीकानेर आये। मांस व हरिण की खाल बेचना पहले से तय था। रेट को लेकर विवाद हो गया। दोनों पक्ष आपस में उलझ गए। बाद में पुलिस को किसी ने शिकायत कर दी। सदर पुलिस ने मौके से 4 शिकारियों को दबोच लिया। बाद में मामला वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया।
सदर पुलिस ने इन चारों को जुनागढ़ किले के पास स्थित पेट्रोल पंप के पास से पकड़ा है। इस सम्बंध मेंं वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि ये चारों हिरण का मांस लेकर जुनागढ़ एक रेड़ी वाले को देने पहुंचे थें। रेड़ी वाले इन आरेापियों से 2-3 किलो मांस मंगवाया था लेकिन आरोपी करीब 16 किलो मांस लेकर पहुंचे तो खरीददार घबरा गया और पुलिस को सूचना दी।
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने हिरणों का शिकार मोतीगढ़ के आसपास किया ओर बजरंग धोरा क्षेत्र में इसे रखा हुआ था। टीम ने आरोपियों के पास से करीब 16 किलो मांस,खाल के साथ एक बाइक को भी जब्त किया है।
पुलिस ने मांस के साथ नापासर निवासी सिंकदर अली,छतरगढ़ निवासी रफीक खां,छतरगढ़ निवासी कालु खां व मेहरों के बास के निवासी चुन्नीलाल मेहरा को गिरफ्तार किया है। अंदेशा लगाया जा रहा है कि ये मांस होटलों में सप्लाई किया जाना था। वन विभाग की टीम जांच में जुटी है और आने वाले दिनों में बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो सकता है।
जयपुर। राज्य सरकार द्वारा बीते दिनों ही पटाखों छोड़ने और बेचने पर रोक लगा दी गयी है । रोक के बाद दीपावली पर आतिशबाजी को लेकर लोग चिंता में है । जिसके बाद कलक्टर ने पटाखे बेचने और छोड़ने पर रोक के आदेश जारी किए है । चुरू कलक्टर ने आदेश देते हुए बताया है ने कि पटाखे छोड़ने वालों पर 2 हजार रूपए जुर्माना और बेचने वालों पर 10 हजार रूपए का जुर्माना लगाया जाएगा । पटाखों पर रोक के बाद करोड़ों रूपए का नुकसान व्यापारियों को हुआ है।
बीकानेर शहर के परंपरागत जल स्रोतों का अवलोकन किया:
आई.आई.टी., रूड़की स्थित नेषनल इन्स्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलोजी पर्यावरण विज्ञान विभाग, महाराजा गंगा सिंह विष्वविद्यालय, राजकीय डूंगर महाविद्यालय, सिस्टर निवेदिता महाविद्यालय, बीकानेर अन्य स्थानिय विभागों, निकायों के सहयोग से बीकानेर जिले के जल स्त्रोतों के संरक्षण व प्रबन्धन हेतु स्टेटस सर्वे का “ब्ल्यू प्रिन्ट” तैयार करेंगे। इसी क्रम में बीकानेर शहर के हंसोलाओ, संसोलाओ, फूलनाथजी, महानंदजी, धरणीधर आदि के तालाब, तलाइया, कुएं, आगोर क्षेत्रों का अवलोकन किया। अवलोकन के दौरान स्थानीय समुदायों द्वारा किए जा रहे संरक्षण व संवर्धन के कार्यों की समीक्षा की वह साथ ही स्थानीय निकायों एवं प्रशासन द्वारा समय समय इन तालाबों के आगोर क्षेत्रों में डंपिंग ग्राउड बनाना, अतिक्रमण व स्थनीय निकायों द्वारा पट्टे जारी करने पर चिंता जताई।
जबकि सरकार बीकानेर जिले मे पानी की समस्या के स्थाई समाधान हेतु जिले के जल स्त्रोतों की हाइड्रोलोजीकल स्टेटस रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। जिसके चलते “इन्स्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलोजी” के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एल.एन. ठकुराल एवं जे.पी. पात्रा के नेतृत्व मे सर्वेक्षण दल बीकानेर में पिछले 3 दिनों से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न जल स्रोतों का सर्वेक्षण किया जा रहा है।
सर्वेके दौरान दलके साथ दौरान दल के वैज्ञानिकों ने महाराजा गंगा सिंह विष्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रो. अनिल कुमार छंगाणी, डूंगर महाविद्यालय के डॉ प्रताप सिंह व डॉ ब्रज रतन जोशी, सिस्टर निवेदिता महाविद्यालय के डॉ रितेश व्यास, समाजसेवी लक्ष्मण मोदी, शहर के विभिन्न तालाबों के प्रबंध मंडलों से जुड़े श्री अनुराग हर्ष, श्री हरी शंकर आचार्य, शोध छात्रों डॉ. करणी सिंह, विष्णु आचार्य आदि ने भी दल के साथ शहर के जल स्रोतों का अवलोकन किया और वर्तमान स्थितियों पर चर्चा की।
शीघ्र ही बीकानेर जिले के जल स्रोतों पर स्टेटस रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी राज्य एवं केंद्र सरकारों के साथ कार्य योजना बनाई जाएगी।
कोरोना की रिपोर्ट। कुल सेम्पल- 646
पॉजिटिव- 01
रीकवर-. 00
कुल एक्टिव केस- 2
कोविड-केयर सेंटर- 00
हॉस्पिटल- 00
होम क्वारेन्टइन- 02
मृत्यु 00
कन्टेन्टमेंट जोन- 00
00 माइक्रो कंटेनमेंट