Thar पोस्ट, बीकानेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से चल रही पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में नकल गिरोह के आरोपियों से पूछताछ करने के लिए बुधवार को पाली पुलिस बीकानेर पहुंची। रिमांड पर चल रहे आरोपियों से पूछताछ की। वहीं बीकानेर पुलिस ने निजी कोचिंग संचालक द्वारा पेपर सॉल्व करने की एवज में ली राशि और बरामद की है।
नौसिखिए हैं सभी सदस्य
सीआई चारण ने बताया कि नकल गिरोह में पकड़े गए सभी सदस्य नौसिखिए हैं। इनमें से किसी का भी पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। उक्त लोगों ने पहली बार ही ऐसा कृत्य किया है। नई तकनीक व हड़बड़ाहट में पूरी नकल गिरोह की गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गई। गिरोह के सदस्य में दिनेशसिंह चौहान एवं मैट्रिक्स कोचिंग संचालक ही मास्टर माइंड है। इन्होंने ही पूरे गिरोह को मोटी रकम का लालच देकर शामिल किया।नरेशदान ने पेपर सॉल्व करने की एवज में दो लाख रुपए लिए थे। उसने पुलिस के समक्ष राशि लेना स्वीकार किया। “राशि यह तिलकनगर स्थित उसके आवास से बरामद कर ली गई है।
पाली कोतवाली पुलिस निरीक्षक गौतम जैन के नेतृत्व में पुलिस टीम नकलची राजेश बेनीवाल को लेकर बीकानेर आई। नकलची राजेश की आरोपियों से जेएनवीसी सीआइ गोविंद सिंह चौहान ने बताया कि नकल गिरोह में शामिल तिलकनगर साहित्यिक एक साथ एक ही कमरे अकादमी कोचिंग सेंटर संचालक न्य ढाई महीने संचालित हुई। हालत यह मां ने अपने आभूषण गिरवी रख कर दी राशि तस्दीक कराई गई। सरकारी शिक्षक की भूमिका की जांच सीआइ चारण ने बताया कि नकल प्रकरण में गिरफ्तार बज्जू खालसा निवासी राजाराम पुत्र भूराराम बिश्नोई सरकारी शिक्षक है। वह राजकीय प्राथमिक विद्यालय पांच छह बीजीएम बज्जू माइनर में पदस्थापित है। आरोपी राजाराम की er faring in the इसका अनुसंधान किया जा रहा है।
क्या है मामला
बीकानेर में सोमवार को पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में नकल गिरोह का भंड़फोड़ किया। पुलिस ने निजी स्कूल के सचिव दिनेश सिंह चौहान, मैट्रिक्स कोचिंग के संचालक राजाराम उर्फ राज एवं साहित्यिक अकादमी कोचिंग सेंट के नरेशदान चारण, दिनेश बेनीवाल, विकास बिश्नोई, सुरेश कुमार, राजाराम बिश्नोई सहित दो नाबालिग छात्रों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने पेपर उपलब्ध कराने के लिए 15 लाख में सौदा किया था। आरोपियों से पुलिस ने मोबाइल एवं एडवांस में लिए तीन लाख रुपए भी बरामद