Thar पोस्ट। बीकानेर के नोखा में शहीद रामस्वरूप कस्वां की पत्नी सहित उसके पीहर पक्ष के सदस्यों को उड़ाने की कोशिश से हड़कंप मच गया है। यह वारदात नोखा के अणखीसर में हुई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक वीरांगना कौशल्या अपने पीहर में रह रही है। सोमवार सुबह पूरे घर में पेट्रोल छिड़क के आग लगा दी गई। नोखा थानाधिकारी अमित स्वामी के अनुसार घर के अंदर से विस्फोटक पदार्थ डेटोनेटर व जिलेटिन भी मिले हैं। ये दोनों खतरनाक विस्फोटक पदार्थ हैं। दोनों मिलकर आग के संपर्क में आते ही भयंकर विस्फोट करते हैं। बताया जा रहा है कि सुबह पांच बजे कौशल्या सहित सभी सदस्य एक कमरे में सो रहे थे। अचानक खिड़की से आग की लपटें दिखाई दी। सभी बाहर आए तो पीछे के दरवाजे को छोड़कर सभी दरवाजे बाहर से बंद किए हुए मिले। सभी ने पीछे के दरवाजे से भागकर जान बचाई। बाहर एक बाल्टी में भी पेट्रोल मिला। दो जने भागते हुए दिखाई दिए।
अगर आग फैल जाती तो विस्फोट इतना खतरनाक होता कि पूरा घर उड़ जाता। एक साथ 5-6 जनों की मौत हो सकती थी।
मामले में शहीद रामस्वरूप कस्वां के साले रामनिवास पुत्र घनश्याम जाट ने शहीद के पिता मोटाराम, भाई श्रीराम, मानाराम व ताराचंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। शहीद रामस्वरूप का बड़ा भाई श्रीराम भी आर्मी में है। आरोप है कि श्रीराम, उसके पिता व भाई आदि शहीद को मिलने वाले परिलाभ खुद उठाना चाहते हैं। इसी वजह से सभी ने मिलकर वीरांगना सहित उसके परिवार को उड़ाने की योजना बनाई। बता दें कि रामस्वरूप कस्वां कुछ समय पहले ही शहीद हुए थे।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 331(4), 326(जी), 3(5) बीएसएन व धारा 4 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।