Tp न्यूज़। अंदर ही अंदर कोरोना अपने पांव पसार रहा है। दो दिन की शोन्ति के बाद अब फिर से कोरोना जागा है। सबसे ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि परकोटे के भीतर उस क्षेत्र में फिर से कोविड 19 के रोगी मिल रहे हैं, जहां सर्वाधिक कोहराम मचाया जा चुका है। मंगलवार को तैयार हुई रिपोर्ट में नत्थूसर गेट क्षेत्र का एक रोगी फिर पॉजीटिव पाया गया है, जबकि एक अन्य जयनारायण व्यास कॉलोनी का है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को बीकानेर में करीब पांच सौ लोगों की कोरोना जांच हुई थी। इसमें पीबीएम अस्पताल में इलाज करवा रहे कई रोगियों की कोविड जांच रिपोर्ट भी शामिल है। पीबीएम अस्पताल में लिए गए तीन सेम्पल और बाहर लिए गए एक सेम्पल की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। बाहर लिए गए सेम्पल में एक नत्थूसर गेट क्षेत्र का 36 साल का युवक है। वहीं जयनारायण व्यास कॉलोनी से 24 साल का युवक पॉजीटिव है। कोरोना अभी गया नहीं है आप सावधान और सचेत रहे। मास्क पहिने और दूरी बनाएं। साभार।
3,019 बुजुर्गों सहित कुल 4,665 को लगा मंगल टीका
कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान के अंतर्गत नवीन चरण में स्वास्थ्यकर्मियों पर बड़े-बुजुर्गों का खूब आशीर्वाद बरस रहा है। कोविड-19 के विरुद्ध मंगल टीका लगवाने के बाद टीकाकर्मी को मंगलमय जीवन का आशीर्वाद दे जाते हैं लाभार्थी। मंगलवार को 60 वर्ष या अधिक आयु के 3,019 बुजुर्गों ने टीके लगवाए। 45 से 59 वर्ष आयु के विभिन्न रोगों से ग्रसित 584 लाभार्थियों को भी पहली डोज दी गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुकुमार कश्यप ने बताया कि जिले में कुल 70 केंद्रों पर कुल मिलाकर 4,665 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया जिसमें कोविशील्ड वैक्सीन की 487 वाइल उपयोग में ली गई। सामानांतर रूप से अभियान चलाते हुए 98 स्वास्थ्य कर्मियों को पहली डोज व 859 को दूसरी डोज दी गई। इसी प्रकार शेष रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स में 105 को पहली डोज दी गई । किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट सामने नहीं आए। 64 सरकारी तथा 6 निजी अस्पतालों पर टीकाकरण केंद्र बनाए गए थे। निजी अस्पतालों पर 121 लाभार्थियों का टीकाकरण हुआ। उन्होंने बताया कि विभिन्न श्रेणियों के लाभार्थी कोविन पोर्टल अथवा आरोग्य सेतु एप द्वारा स्वयं पंजीकरण करवा सकते हैं । साथ ही ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की भी व्यवस्था की गई है। आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि बुधवार को जिले भर में शहर से लेकर गांव तक 77 टीकाकरण केंद्र स्थापित कर अधिकाधिक लाभार्थियों को प्रति रक्षित करने की तैयारी है।