Thar पोस्ट, बीकानेर। खेल लेखक एवं समीक्षक स्व. झंवरलाल व्यास ‘रंगीला’ की स्मृति में आयोजित चौदहवीं जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता के विजेताओं को सोमवार को पुरस्कृत किया गया।नालंदा सीनियर सैकण्डरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता एड. एस.एल. हर्ष ने की। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा उभरते बाल शातिरों को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। इससे इन्हें बाल शातिरों को अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि खेल लेखन के क्षेत्र में रंगीला के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। संस्था द्वारा उनके आदर्शों का अनुसरण किया जा रहा है।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक रमेश व्यास ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं का लगातार आयोजित किया जाना अनुकरणीय है। संस्था के प्रतिनिधियों द्वारा टीम भावना के साथ किया गया दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने रंगीला के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। शिक्षाविद् राजेश रंगा ने कहा कि बीकानेर के अनेक लोगों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले बाल शातिर आगे जाकर बीकानेर का नाम रोशन करेंगे।
बाॅलीवुड के उभरते कलाकार संदीप भोजक ने शातिरों से अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने तथा इसे हासिल करने के लिए जुट जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शाॅर्टकट नहीं होता। इसके लिए सतत मेहनत और प्रयास करने पड़ते हैं। फाउण्डेशन के मधुसूदन व्यास ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा संस्था द्वारा अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी। एड. जुगल किशोर व्यास ने आभार जताया। फाउण्डेशन के संरक्षक दुर्गाशंकर आचार्य, एड. भैरूरतन व्यास, विकास आचार्य, कृष्ण चंद्र पुरोहित, रोहित व्यास आदि इस दौरान मौजूद रहे।
*इन्हें मिले पुरस्कार*
कार्यक्रम के दौरान सीनियर वर्ग में हर्षवर्धन स्वामी, कपिल पंवार और अंशुमान टाक को क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया गया। जूनियर वर्ग के विजेता राघव आचार्य, उप विजेता भविष्य शर्मा तथा तीसरे स्थान पर रहे आकाश स्वामी के अलावा इस जूनियर महिला वर्ग में योगिता ओझा, दिव्या दाधीच तथा कोमल मारु को पुरस्कार दिए गए। वहीं सब जूनियर वर्ग में लोकेश उपाध्याय, पार्थसारथी दाधीच और दक्ष सिंह सांखला को पहले तीन स्थान हासिल करने पर एवं महिला वर्ग में प्रिया सांखला, राधिका पुरोहित और आनंदी छंगाणी को पुरस्कार दिए गए। इनके साथ सबसे छोटे शातिर के रूप में छह वर्षीय तनवी सिह पड़िहार, सात वर्षीय यशवर्धन सवामी के अलावा 76 वर्षीय रामदेव चौधरी और 69 वर्षीय रामकिशन चौधरी को वरिष्ठ शातिर के रूप में पुरस्कार दिए गए। इस दौरान निर्णायक रहे रामकुमार, एसएन करनाणी, हर्षवर्धन हर्ष, उषा ओझा और डीपी छींपा के अलावा जिला शतरंज संघ के सचिव अनिल बोड़ा का सम्मान किया गया।