


Thar पोस्ट। राजस्थान में 2 करोड़ की रिश्वत के मामले में निलंबित एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल और उनके सहयोगी सुमित के खिलाफ आय से अत्यधिक सम्पति अर्जित करने का केस दर्ज किया गया है। बता दें कि 2 करोड़ रुपए की रिश्वत के मामले में दिव्या मित्तल को पकड़ा गया था। मिली जानकारी के अनुसार एसीबी की जयपुर, अजमेर, उदयपुर, चूरू टीमों ने दिव्या मित्तल पर शिकंजा कसा है। अजमेर एसीबी कोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को एसीबी चूरू की टीम ने झुंझुनूं के चिड़ावा स्थित उनके पुश्तैनी आवास पर पहुंचकर घर को सील कर दिया। एसीबी चूरू के डीएसपी शब्बीर खान के नेतृत्व में यह कार्यवाही की गई। जयपुर, अजमेर और उदयपुर की अलग-अलग एसीबी यूनिट्स की टीमों ने जयपुर, झुंझुनूं, उदयपुर, अजमेर में दिव्या और सुमित के ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया। जांच में पता चला है कि दिव्या मित्तल ने बतौर पुलिस अफसर सरकारी नौकरी से होने वाली आय से 123.53 प्रतिशत अधिक सम्पति अर्जित कर रखी है। उनके सहयोगी रहे सुमित के पास आय से 523.34 प्रतिशत ज्यादा चल-अचल संपत्ति है। यहां चला तलाशी अभियान:



एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल साहू के निर्देशन में अजमेर एसीबी टीम ने जयपुर में अजमेर रोड 200 फीट बायपास के पास हीरा नगर पावर हाउस इलाके की कॉलोनी में एक अपार्टमेंट के फ्लैट में तलाशी अभियान चलाया। उदयपुर में दिव्या मित्तल के उस रिसोर्ट पर भी एसीबी डिप्टी एसपी पासरमल ने सर्च किया जिसमें पैसों की वसूली के लिए ड्रग कंपनी संचालक को बुलाया गया था। जबकि सहयोगी सुमित के ठिकानों पर एसीबी के डिप्टी एसपी उमेश ओझा के नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सूत्रों के मुताबिक अजमेर में भी दिव्या के संभावित ठिकानों पर सर्च किया गया है।
6 जून को दर्ज हुई थी FIR :
एसीबी ने 6 जून को दिव्या मित्तल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जिसमें लिखा गया है कि दस्तावेजों की जांच से पता चला कि 27 दिसंबर 2010 से 16 जनवरी 2023 तक दिव्या मित्तल उदयपुर और अजमेर में अलग-अलग पद पर पोस्टेड रहीं। उनके पास से सिर्फ 13 साल में अपनी कुल आय 1.51 करोड़ से ज्यादा संपत्ति 1.86 करोड़ की मिली है। जो दिव्या मित्तल की कुल आय से 123.53 प्रतिशत ज़्यादा पाई गई। जिसका उनके पास कोई लेखा-जोखा नहीं मिला है। ये संपत्ति अवैध रूप से कमाई गई है। दिव्या मित्तल के 4 बैंक खाते भी मिले हैं। इनमें उदयपुर में SBI बैंक में 2 खाते और यस बैंक में 2 खाते शामिल हैं। इन चार खातों से 4 लाख 90 हजार 798.37 रुपए नकद बरामद हुए। दिव्या मित्तल अवैध अर्जित राशि को पहले अपने परिजनों के बैंक खातों में कैश जमा करवाती थीं।फिर बाद में अपने बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर करती थीं।




