Thar पोस्ट। पाकिस्तान के दबंग राजपूत नेता राणा हमीर सिंह सोढा ने आखा तीज व ईद की बधाई दी है। पाकिस्तान की सियासत में राणा का अहम स्थान है। राणा हमीर सिंह ने भारत मे श्री राम मंदिर निर्माण में करोड़ो रूपये का सहयोग दिया था। पाकिस्तान उमरकोट में रहने वाले सोढा परिवारों के रिश्ते राजस्थान व गुजरात मे होते है।केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पड़ोसी देशों और दुनिया भर के हिंदुओं के लिए भारत को नैसर्गिक घर बताते रही है और उसके लिए नागरिकता संशोधन कानून (CAA) भी बना चुकी है। भाजपा सरकार ने पाकिस्तान के 900 हिंदुओं (Pakistani Hindu) को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ब्लैकलिस्ट का अर्थ है कि उन्हें भारत आने के लिए अब वीसा नहीं दिया जाएगा।ब्लैकलिस्ट लोगों की सूची में अधिकांश लोग पाकिस्तान के उमरकोट के रहने वाले परमार क्षत्रिय (Parmar Kshatriya) वंश के सोढ़ा राजपूत (Sodha Rajput) हैं। पाकिस्तान में सोढ़ा क्षत्रियों की रियासत है अमरकोट, जिसे पाकिस्तान में उमरकोट कहा जाता है। यहाँ के क्षत्रिय परिवारों की रिश्तेदारियाँ भारत में हैं, खासकर गुजरात और राजस्थान में।सनातन धर्म के नियमों के तहत सोढ़ा क्षत्रियों में भी अपने कुल और गोत्र में शादियाँ नहीं होती हैं। इसलिए वे शादियों के लिए मुख्यत: राजस्थान और गुजरात के अन्य क्षत्रिय कुलों पर निर्भर होते हैं। वे परिवार में शादी योग्य लड़के और कन्याओं का रिश्ता खोजने के लिए भारत आते हैं। पाकिस्तान के सोढ़ा क्षत्रिय परिवार के लगभग हर घर की रिश्तेदारी भारत में है।सोढ़ा परिवार की कुलदेवी पाकिस्तान स्थित हिंगलाज माता (Hinglaj Mata) हैं, जो हिंदुओं (Hindus) की सिद्ध शक्तिपीठ हैं। शादी के बाद सोढ़ा परिवार का लड़का या लड़की सबसे पहले अपनी कुलदेवी हिंगलाज माता का दर्जन करने पाकिस्तान जाते हैं। वैसे ही पाकिस्तान में विवाहित हिंदू भी राजस्थान में अपनी कुलदेवी के दर्शन के लिए आते हैं।भारत सरकार द्वारा इन लोगों को वीसा नहीं देने के बाद उनकी परेशानियाँ बढ़ गई हैं। पिछले 4-5 वर्षों में सोढ़ा राजपूतों को केंद्र सरकार वीसा नहीं जारी कर रही है। केंद्र सरकार का कहना है कि जब ये पाकिस्तानी हिंदू भारत आते हैं तो तय अवधि से अधिक समय तक रह जाते हैं।सोढ़ा राजपूतों का कहना है कि भारत में रिश्ता खोजने और तय करने में समय लग जाता है, इसलिए वे कुछ अधिक समय तक रह जाते हैं। हालाँकि, उनका यह भी कहना है कि वे इसके लिए कानून वीसा बढ़वाते हैं। वे भारत में गैर-कानूनी तरीके से नहीं रहते।पिछले 5 पाँच वर्षों से सरकार द्वारा अपनाई गई इस वीसा नीति के कारण कई भारत और पाकिस्तान के कई लोग अपने परिवार उत्सव और दुख में शामिल नहीं हो पाए। शक्ति सिंह सोढ़ा पाकिस्तान के उमरकोट में रहते हैं और वे चार बहनों के इकलौते भाई हैं। उनकी चारों बहनों की शादी राजस्थान में हुई है।
शक्ति सिंह सोढ़ा कहते हैं कि पिछले कुछ सालों से वे वीसा के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास उनके आवेदन को खारिज कर दे रहा है। इसलिए वे अपनी बहनों से नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी परिवार हैं, जिनके बुजुर्ग स्वर्ग सिधार गए या उनके घर में शादी जैसा उत्सव रहा, फिर भी वे अपने परिवार से नहीं पाए।