Tp न्यूज। आज कांग्रेस के प्रदर्शन पर बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद् के सदस्य विजय आचार्य ने कहा कांग्रेस पार्टी अपने संगठन की कलह से कार्यकर्ताओं और जनता का ध्यान भटकाने का असफल प्रयत्न कर रही है।श्री विजय आचार्य ने कहा कि जिस प्री.डी.एल.एड. की परीक्षा मे राजस्थान मे प्राईमरी शिक्षक बनने के इच्छुक लाखों लोग भाग लेते है उसे तो होने देने मे राजस्थान शिक्षा विभाग व सरकार को कोई दिक्कत महसुस नही होती और केन्द्र के जे.ई.ई. व नीट की परीक्षाओं मे उन्हे कुछ गलत दिखता है। यह दोहरा मापदण्ड निंदनीय है। कांग्रेस का यह विरोध आत्म विरोधी व राजनीतिक से प्रेरित है। छात्रों को राजनीति का मोहरा बनाना सर्वथा अनुचित व अनैतिक है।
छात्रों के परीक्षा मे बैठने पर जीवन सकंट के काग्रेसी तर्क के जवाब मे श्री अचार्य ने कहा कि बड़े बडे कल-कारखानों मे कार्य करने वाले लाखो करोडों मजदूरो के जीवन संकट को ध्यान मे रख कर क्या कारखाने बन्द कर देगे ? क्या धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय इसी सरकार ने नही लिया है ? क्या कांग्रेस की श्रीमती सोनीया गांधी बिहार व बंगाल मे कोरोना काल मे होने वालो विधानसभा चुनावों का बहिस्कार करेगी या उन्हे टालने की मांग करेगी ? क्या कोरोना के भीषण संकट के बीच अशोक गहलोत जी ने सरकार बचाने के लिए विधानसभा सत्र आहुत नही किया था ? जिसके कुछ समय बाद ही विधायक पाबुराम बिश्नोई व विधायक विश्वेन्द्र सिंह कोरोना ग्रस्त भी हो गए।
राज्य सरकार को बजाय दोहरे मानदण्ड अपनाने के अपनी जिम्मेवारी बखुबी निभाते हुवे नीट व जे.ई.ई की परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की परीक्षा की ऐसी सुव्यवस्था मे लगना चाहिए जिससे छात्रों मे परीक्षा के दौरान सोसल डिस्टेसिंग सुनिश्चित की जा सके।
जिन जे.ई.ई. व नीट परिक्षाओं को स्थगित न करने पर सर्वोच्च न्यायालय भी सहमत है उन्ही को रोकने के लिए सांसद सेवा केन्द्र पर प्रदर्शन की घोषणा न केवल हास्यास्पद है बल्कि सर्वोच्च न्यायालय के प्रति कांग्रेस के सम्मान की कमी का भी प्रतीक है।