Thar पोस्ट, न्यूज । स्थानीय श्री आदि गणेश मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत के पूर्णाहुति अवसर पर आख्यान करते हुए श्री मरुनायक व्यास पीठाधीश्वर पंडित भाईश्री ने सनातन धर्म में श्रीमद् भागवत का महत्व बताया।
पंडित भाईश्री ने अपने आखयान में कहा कि भागवत ज्ञान गंगा है और भागवत भगवान श्री विष्णु का वांग्मय स्वरूप है।भगवान के स्वधाम गमन होने से पूर्व भगवान ने अपना स्वरूप श्रीमद् भागवत में अर्पण किया और कहा कि कलयुग में मेरे दर्शन जब करने हो तो आप भागवत के दर्शन कर लेवे।आज घर-घर में भागवत की पुस्तक होनी आवश्यक है क्योंकि यही हमारे सनातन धर्म के मुख्य विचारधारा है। भागवत कथा प्रांगण में पंडित भाईश्री की प्रेरणा से 21 भक्त जनों ने भागवत की पोथी ग्रहण की और सनातन धर्म का मान और वर्चस्व स्थापित करने का संकल्प लिया।
आज कथा की पूर्णाहुति अवसर पर कथा प्रांगण में यज्ञ किया गया क्योंकि यज्ञ की मेहता भी हमारे शास्त्रों में महत्व वर्णित यज्ञ से पर्यावरण शुद्ध होता है और पर्यावरण से हम सब की मानसिक चित्तवृत्ति भगवान के चरणों में बनी रहती है।