Thar पोस्ट। पहाड़ों में बादलों के रौद्र रूप ने तबाही मचा दी है। देश के प्रमुख पर्यटन स्थल हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और मंडी जिले तबाही मची है। यहां शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज खड्ड इलाके में बादल फट गया है। इसके साथ ही मंडी के पधर उपमंडल के थलटूखोड़ इलाके में भी बादल फटने से भारी तबाही मची है। दोनों ही जिलों में बादल फटने से कुल 28 लोग लापता हो गए हैं। घटनास्थल के लिए रेस्क्यू टीमें भेजी जा रही हैं।
भीषण आपदा
शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज खड्ड इलाके में गुरुवार को बादल फटा है। इस आपदा के बाद से 22 लोगों के लापता होने की खबर है। शिमला के उपायुक्त (डीसी) अनुपम कश्यप ने बताया है कि एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के द्रंग विधानसभा के चौहरघाटी की टिक्कन और तेरंग गांव में बादल फटने की सूचना है यहाँ पर 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं, एक की मौत भी हुई है जिसका शव बरामद कर लिया गया है।मकान भी क्षतिग्रस्त हो गये हैं। मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया है कि जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।
बीती रात हिमाचल प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर बारिश हुई है, कुल्लू और शिमला की सीमा पर स्थित निरमंड नामक स्थान पर बारिश से तबाही की सूचना है। दूसरी तरफ कुल्लू के ही सैंज घाटी में भी पार्वती नदी में जबरदस्त ऊफान देखा गया है। बारिश का सिलसिला रात का है इसलिए अभी कोई अप्रिय सूचना नहीं है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बादल फटने से हुए भारी नुकसान का संज्ञान लिया है। जेपी नड्डा ने हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात कर हालात की जानकारी ली है और केंद्र सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश और भूस्खलन के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर रास्तों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। वहीं इस बीच रूद्रप्रयाग जिले की पुलिस ने अहम सूचना साझा की है। रूद्रप्रयाग पुलिस विभाग के सोशल मीडिया सेल ने बताया कि रूद्रप्रयाग के हर एक क्षेत्र में फिलहाल कुछ हद तक बारिश थम गई है और बूंदाबांदी तक सीमित रह गई है। पुलिस ने कहा कि स्थिति फिलहाल सभी जगहों पर सामान्य है। केदारनाथ धाम यात्रा पैदल मार्ग कुछ स्थानों पर क्षतिग्रस्त है व इस दौरान यात्रियों को अलग-अलग सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जा रहा है।