Thar पोस्ट, न्यूज। विकसित देश है ऑस्ट्रेलिया। यहां रहना व अध्ययन के लिए इंडियन पहुंचते हैं। लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया के लोगों में भारतीय फ़ूड के प्रति ललक बढ़ी है। ऑस्ट्रेलियाई सुपरमार्केट अपने यहां भारतीय सामान उपलब्ध करवा रही हैं. कई जगह तो इनके लिए अलग से सेक्शन भी बना दिए गए हैं जिन्हें इंडियन या एशियन सेक्शन कहते हैं. इस सेक्शन में भारत की अलग-अलग ब्रैंड्स की दालें, चावल, आटा, मसाले, चाय पत्ती, कॉफी आदि लगभग हर तरह की जरूरत की चीजें मिल जाती हैं।कोल्स की एक प्रवक्ता ने ईमेल से भेजे जवाब में डीडब्ल्यू हिंदी को बताया, “कोल्स में हम उन समुदायों का हिस्सा हैं, जिनकी हम सेवा करते हैं. इसलिए कुछ जगह स्टोर में हम अपने ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से चीजें उपबल्ध करवा रहे हैं. हम चाहते हैं कि हमारे ग्राहकों को वे सभी चीजें मिलें जो उनके सांस्कृतिक स्वाद के मुताबिक हों. साथ ही हम स्थानीय उत्पादकों और निर्माताओं को उनके आसपास की दुकानों में ही जगह दे रहे हैं ताकि खाने के लाने-ले जाने पर कम ऊर्जा व्यर्थ हो.”कोल्स का कहना है कि देशभर में उसके 150 स्टोर ऐसे हैं जहां एशियन सेक्शन उपबल्ध है. कोल्स प्रवक्ता के मुताबिक इस कवायद का मकसद “ग्राहकों को प्रेरित करना और एशियाई सामग्री, खाना और स्नैक्स आसानी से उपलब्ध करानाडीडब्ल्यू हिंदी से बातचीत में श्वेता बताती हैं, “हम भारतीयों की जरूरतें थोड़ी अलग होती हैं. मतलब, हमें भारतीय ब्रैंड की चाय चाहिए क्योंकि दूध वाली चाय बनाने के लिए उसकी कडक पत्ती की जरूरत होती है. या फिर हमें हल्दी, जीरा, धनिया ही नहीं गरम मसाला, अजवाइन और देगी मिर्च जैसे मसाले भी चाहिए जिनकी रसोई में रोज जरूरत होती है. यह सब कोल्स या वूलीज में नहीं मिलता था. इसलिए हमें इंडियन स्टोर तो हफ्ते में एक बार जाना ही पड़ता है।