ताजा खबरे
देश: विदेश की खबर, एक नज़रमंदिरों के पुजारियों का मानदेय 7500 रुपये किया, भोगराग की राशि हुई दोगुनीओपन गोल्फ टूर्नामेंट रविवार को, 60 से ज्यादा खिलाड़ी करेंगे शिरकतकांग्रेस ने प्रदर्शन कर जताया विरोधबीकानेर व्यापार उद्योग मण्डल के नव अध्यक्ष, कार्यकारिणी का शपथग्रहण समारोह 9 कोबीकानेर प्रेस क्लब की वार्षिक आमसभा कलजैन महासभा ने किया इंडिगो की दिल्ली-बीकानेर की पहली फ्लाइट के पायलट बोथरा का अभिनंदनबीकानेर संभाग स्तरीय आरोग्य मेला शुरू: आयुर्वेद, प्राकृतिक, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा विशेषज्ञ दे रहे निःशुल्क सेवाएंभाजपा नेताओं ने पटाखे फोड़कर, शंख बजाकर मनाया जश्न।दिल्ली चुनाव में बीजेपी प्रचंड जीत की ओर
IMG 20231123 090506 3 बीकानेर के इस कलाकार के निधन से हर कोई स्तब्ध, घरों में रहा चर्चित Bikaner Local News Portal राजस्थान
Share This News

img 20250204 1031256443559336218694515 बीकानेर के इस कलाकार के निधन से हर कोई स्तब्ध, घरों में रहा चर्चित Bikaner Local News Portal राजस्थान

Thar पोस्ट न्यूज। बहुत कम कलाकार होते है जो किसी पात्र को गहराई से अनुभूत कर उसे अपने अभिनय से जीवंत कर देते हैं। ऐसे ही एक कलाकार बेबी बुआ उर्फ मधुसूदन बंटी हर्ष के निधन से हर कोई स्तब्ध है। बीकानेर परकोटे की ‘परंपराओं व रितों- रिश्तेनातों में रची बसी व एक्सपर्ट विचार रखने वाली महिला’ का किरदार जिस अंदाज से बंटी ने you tube व अन्य प्लेटफार्म पर निभाया वह बेमिसाल था। परकोटे में यह संवाद तो घर घर चर्चा में रहा- ‘क्या करूँ भायली ब्योव बाद मोवड़ खोल लाग्योडी हूँ रोग री कुचो होगी, या फिर परेशान हो चुकी महिला द्वारा यह कहना ‘जीभड़ी चुप हो जा’ या फिर एक महिला द्वारा दूसरी महिला को देसी अंदाज में बतियाना। बंटी द्वारा निभाए गए बेबी बुआ के अलावा भी अन्य किरदार यादगार रहे। बीकानेर में शायद ही कोई हास्य कलाकार ऐसा हुआ होगा जिसने सामाजिक परिवेश के पात्रों में इतनी संजीदगी से रंग भरे।


Share This News