जयपुर ग्रेटर महापौर और पार्षदों के निलंबन के विरोध में
Thar पोस्ट, बीकानेर। राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा जयपुर ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर और अन्य पार्षदों के निलंबन के विरोध में प्रदेश और जिला संगठन के आह्वान पर भाजपा जूनागढ़ मंडल ने मंगलवार को बीकानेर नगर निगम कार्यालय के आगे कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मंडल अध्यक्ष अजय खत्री के नेतृत्व में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।मंडल कार्यकर्ताओं ने हाथों में राज्य सरकार के खिलाफ नारों वाली तख्तियां लेकर, मुंह पर काले मास्क और और हाथ पर काली पट्टी बांधकर जोरदार नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन के साथ गहलोत सरकार पर तानाशाही और गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंका। राजस्थान भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य,मंडल अध्यक्ष अजय खत्री, पूर्व मंडल अध्यक्ष विजय सिंह पड़िहार, मंडल महामंत्री अर्जुन सिंह, शिव मेघवाल, पार्षद प्रत्याशी श्याम मोदी, मंडल उपाध्यक्ष महेश शुक्ला, प्रमोद खत्री, मंडल मंत्री गजेंद्र सिंह, आशा पारीक, भारती अरोड़ा, पिन्टू राजपुरोहित, रामपाल सेन, गोपाल सिंह, कपिल स्वामी, भवानी मोदी, ओंकार सिंह, ओम पंवार,सुनील कौशिक, राजेंद्र सिंह, प्रदीप स्वामी इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने राज्य सरकार द्वारा की गई इस कार्यवाही को पूर्णतया अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक बताते हुए राज्य सरकार पर अनुचित दबाव बनाकर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया।उन्होंने इसे जनादेश का अपमान करार देते हुए सरकार द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा आचरण को स्वस्थ लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि इस दमनात्मक कार्यवाही का भाजपा द्वारा पूरे प्रदेश में पुरजोर विरोध करते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।भाजपा जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत ने कांग्रेस सरकार को हिटलर और तानाशाही सरकार की संज्ञा देते हुए बताया कि शहर भाजपा के सभी मंडलों द्वारा मंडल स्तर पर इस कार्यवाही के खिलाफ मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।भाजपा जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य ने कहा कि बिना सुनवाई और आरोप पत्र जारी करने से पहले ही लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित हुए महापौर और पार्षदों को निलंबित करना लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि बिना पक्ष सुने ही एक जूनियर अधिकारी द्वारा सीनियर अधिकारी की जांच के आधार पर निलंबित करना का यह राजस्थान में पहला ही अनोखा मामला है।मंडल अध्यक्ष अजय खत्री ने जयपुर मेयर और पार्षदों के निलंबन को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे लोकतांत्रिक मर्यादाओं के प्रतिकूल बताया।