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ScreenShot2020 08 19at5.45.42PM 183 महिलाओं ने लगाए दुष्कर्म के आरोप, तपस्वी बाबा की यह है असलियत Bikaner Local News Portal जयपुर
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Thar पोस्ट। जयपुर में तपस्वी बाबा का नाम भी दुष्कर्मी बाबा के रूप में नाम जुड़ गया है। अब जयपुर पुलिस ने दुष्कर्मी तपस्वी बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। बाबा के खिलाफ 4 महिलाओं ने दुष्कर्म किए जाने के आरोप लगाए थे। भांकरोटा पुलिस ने पीड़िताओं के मेडिकल व बयानों के आधार पर आरोपी बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। तपस्वी बाबा खुद को भगवान बताता था। प्रसाद के रूप में भांग की गोलियां खिला देता था। महिलाओं को आश्रम में ऊपर ले जाता था। नशा होने पर महिलाओं को बोलता था कि सब कुछ मुझे समर्पण कर दों। इसके बाद महिलाओं से दुष्कर्म करता था। किसी को बताने पर धमकी भी देता था। भांकरोटा थानाधिकारी मुकेश चौधरी ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद बाबा फरार हो गया था। जांच के बाद योगेंद्र मेहता उर्फ तपस्वी बाबा को गिरफ्तार कर लिया है।पीड़ित महिला ने रिपोर्ट में बताया कि उसका विवाह 1998 में जयपुर के बिंदायका इंडस्ट्रियल एरिया में हुआ था। उसके ससुराल के कुल देवता तपस्वी बाबा हैं। बाबा का आश्रम मुकुंदपुरा में है। बाबा के आश्रम में उनके परिवार का 25 सालों से आना-जाना था। वहां पर धीरे-धीरे बाबा की गद्दी को योगेंद्र मेहता ने संभाल लिया और तपस्वी बाबा का आश्रम खोल लिया। योगेंद्र मेहता का आश्रम मुकुंदपुरा के अलावा रातल्या सीकर रोड और दिल्ली रोड पर है।

पूरे परिवार को आश्रम लाया करो
योगेंद्र मेहता खुद को तपस्वी बाबा बताने लग गया। पीड़ित महिला का परिवार भी आश्रम में जाया करता था। उसके पति भी अक्सर बाबा के पास आश्रम में जाते थे और सत्संग सुना करते थे। बाबा ने उसके पति को कहा कि पूरे परिवार को आश्रम में लेकर आया करो। इसके बाद वह भी पति के साथ आश्रम में जाने लग गई। विवाहिता ने बताया कि आश्रम में वह पांच-छह महीने के अंतराल में जाती थी। तीन-चार दिन रुक कर आश्रम में सेवा करती थी। कुछ समय तो आश्रम में ठीक चलता रहा, लेकिन बाद में गड़बड़ होने लगी।

समर्पण का भाव रख सब कुछ दे दो
बाबा महिलाओं को आश्रम में बुलाते और कहते कि मैं ही भगवान हूं। तुम मेरी सेवा करो। सब कुछ गुरु को समर्पण कर दो। विवाहिता ने बताया कि आश्रम में रोजाना रात को आठ से दस महिलाएं रुकती थीं। विवाहिता का आरोप है कि उसे एक दिन रात को बाबा ने छत के ऊपर बने कमरे में बुलाया। कमरे में उसे एक गोली दी और कहा कि यह प्रसाद है। बाबा ने कहा कि ईश्वर का ध्यान करो और समर्पण का भाव रख सब कुछ दे दो। गोली खाते ही उसे कुछ नशा होने लग गया। तब बाबा ने दुष्कर्म किया। छह महीने के बाद आश्रम में गई तो बाबा ने बुलाकर दोबारा से दुष्कर्म किया। विरोध करने पर बर्बाद करने की धमकी दी। तीन दिन पहले उसके पति 20 साल की बेटी को आश्रम में ले जाने लगे। विवाहिता ने बेटी को आश्रम में ले जाने से मना कर दिया। पति ने उससे आश्रम में नहीं ले जाने की बात पूछी। विवाहिता ने तपस्वी बाबा की पूरी करतूत बता दी। परिवार में बात करने पर पता लगा कि उसकी भाभी व जेठानी से भी बाबा ने डरा-धमका कर दुष्कर्म किया। उसके पति व भाई ने बाबा को फोन कर दुष्कर्म के बारे में पूछा तो बाबा ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दे दी।


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