Thar पोस्ट, बीकानेर। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में विश्व स्तरीय गृहे-गृहे यज्ञ अभियान के अन्तर्गत बुद्ध पूर्णिमा को बीकानेर जिले से पांच हजार तथा प्रदेश भर में एक लाख घरों में गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया। घरों के अलावा मंदिरों, हॉस्पीटल, गोशालाओं और गांव-ढाणियों में भी गायत्री महामंत्र गूंजायमान हुआ। एक मोटे अनुमान के मुताबिक प्रदेश भर में पांच क्विंटल विशिष्ट हवन सामग्री यज्ञ में अर्पित की गई। गायत्री शक्तिपीठ, चेतना केन्द्रों, प्रज्ञा मंडलों में बड़े स्तर पर यज्ञ हुआ। अखिल विश्व गायत्री परिवार बीकानेर जिला संयोजक करनीदान चौधरी तथा ट्रस्टी देवेन्द्र सारस्वत ने संयुक्त रूप से बताया कि महामारी निवारण के लिए हुए विशिष्ट आध्यात्मिक प्रयोग में बड़ी संख्या में लोगों ने घर बैठे भागीदारी की। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड पर हुए यज्ञ के प्रति लोगों का उत्साह देखने लायक था। जिले की सभी तहसील, गांवों और ढाणियों में यज्ञ के प्रति विशेष उत्साह दिखाई दिया। यज्ञ की शुरूआत में प्रांरभिक कर्मकांड करवाए गए। सभी देवी-देवताओं का वेदोक्त आह्वान कर षोडशोपचार पूजन किया गया। गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, वैश्वानर मंत्र के अलावा कोरोना निवारण के लिए वेदों के विशिष्ट मंत्रों से भी आहुतियां अर्पित की गई। लोगों ने यज्ञ की दक्षिणा के रूप में वर्षा ऋतु में इक्कीस हजार पौधे लगाने और वर्षा जल के संरक्षण का संकल्प लिया। इस दौरान विश्वव्यापी संकट निवारण, दिवंगतों की आत्म शांति, परिजनों के पीड़ा निवारण एवं चिकित्सा, पुलिस सहित समाजसेवी कोरोना वारियर्स की अमूल्य सेवाओं के प्रति आभार व्यक्त किया गया।सोशल मीडिया फेसबुक यूट्यूब सहित जूम एप पर हुए वर्चुअल हवन में गायत्री परिवार के अन्तराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिकुंज हरिद्वार से गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या और देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंडया का इस दौरान विशेष उद्बोद्धन हुआ। डॉ. प्रणव पंड्या ने अपने प्रवचन ने यज्ञीय जीवन शैली अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यज्ञ चिकित्सा एक प्राचीन पद्धति है। विशिष्ट हवन सामग्री से यज्ञ करने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है। जिसने जीवन में यज्ञीय जीवन शैली यानी दूसरों के लिए जीने की ठान ले उसके सामने हर परेशानी छोटी है।
सहयोगी संस्थाओं की भी रही भागीदारी:
गायत्री चेतना केन्द्रों व डिवाइन इंडिया यूथ एशोसियेशन के आलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सीमा जनकल्याण समिति, विवेकानंद केंद्र, पतजंलि योग पीठ, विप्र फाउंडेशन, गोमय परिवार, सारस्वत महासभा, गो सेवा संकल्प परिवार, सर्व ब्राह्मण महासभा, आयुर्वेद परिषद, ब्राह्मण समाज खाजुवाला, श्री मन्न नारायण प्रंन्यास मंडल सहित कई दर्जन संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने अपने स्तर पर जूम एप का लिंक भेजकर यज्ञ में भागीदारी की।
गायत्री परिवार प्रबंध ट्रस्टी पवन कुमार ओझा, जिला समन्वयक करनीदान चौधरी, दिया जिलाध्यक्ष धनंजय सारस्वत, भारत भूषण गुप्ता, शिवनरेश सिंह, देवकुमार चौहान, सुरेन्द्र शर्मा, राधेश्याम नामा, मधुबाला शर्मा, शोभा सारस्वत, जवाहर लाल गंगल, कमल गुप्ता, खाजुवाला से पवन कुमार सारस्वत, एडवोकेट पुरुषोत्तम शर्मा, दंतौर से सुभाष सारस्वत, श्रीडुंगरगढ से सोहनलाल टाक महावीर माली, तोलियासर से राजाराम राजपुरोहित, लूनकरनसर से राजकुमार गोगिया तथा भत्तमल सारस्वत, नोखा से दिनेश जस्सू, देशनोक से भगवान दास स्वामी, श्रीकोलायत भगवानदेव सारस्वत तथा रामलाल बामनियां के नेतृत्व में हवन के वर्चुअल कार्यक्रम में भाग लिया।