Thar पोस्ट। सिनेमाविद देश एवं दुनिया में प्रतिष्ठित पत्रकार राजकुमार केसवानी का शुक्रवार को कोरोना से निधन हो गया। उन्होंने देश के कई पत्र-पत्रिकाओं में कार्य किया था। वे देश के पहले पत्रकार थे जिन्होंने भोपाल गैस कांड से ढाई साल पहले ही यूनियन कार्बाइड के संयंत्र में सुरक्षा चूक को लेकर आगाह कर दिया था। आखिरकार 3 दिसंबर 1984 को भोपाल में हुई इस दुनिया की भयानक औद्योगिक त्रासदी में 15 हजार से अधिक लोगों की जान चली गई थी।
केसवानी का जन्म 26 नवंबर 1950 को भोपाल में हुआ था। केसवानी का पत्रकारिता का करियर खेल पत्रकार के रूप में शुरू हुआ। 1968 में वे ‘स्पोर्ट्स टाइम्स’ के सह-सम्पादक बने। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अखबारों व पत्रिकाओं में शीर्ष पदों पर कार्य किया। केसवानी ने भोपाल में 1984 में घटी की विश्व की भीषणतम गैस त्रासदी की आशंका हादसे के ढाई साल पहले ही जाहिर कर दी थी। इसे लेकर वे अपने लेखन के जरिए लगातार आगाह करते रहे।
बीडी गोयनका अवार्ड समेत कई पुरस्कार मिलेपत्रकार राजकुमार केसवानी को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई पुरस्कारों से नवाजा गया था। इसमें ‘बीडी गोयनका अवार्ड’ (1985) और 2010 में प्रतिष्ठित ‘प्रेम भाटिया जर्नलिज्म अवार्ड’ शामिल हैं। केसवानी स्वयं गैस पीड़ित होने के अलावा उन लोगों में से हैं, जिन्होंने सबसे पहले यूनियन कार्बाइड पर मुकदमा किया।