प्रदेश की राजनीती पहले से दो दिग्गज भाजपा नेताओं की वजह से गरमाई हुई है। इस खींचतान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के फिर से एक साथ दिखने किसी बैठक में शामिल होने की संभावना है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में 21 फरवरी को नई दिल्ली में पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। राजे बतौर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शामिल होंगी जबकि डॉ पूनिया बतौर राजस्थान राज्य के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर शामिल होंगे। विभिन्न संगठनात्मक विषयों को लेकर प्रस्तावित इस बैठक में राजस्थान से जुड़े अन्य पदाधिकारियों को भी बुलाया गया है। राजे-पूनिया के अलावा इस बैठक में राज्य सभा सांसद व भाजपा महासचिव भूपेन्द्र यादव, राष्ट्रीय महामंत्री अल्का गुर्जर और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर भी मौजूद रहेंगे
लगातार टल रही साथ-साथ मौजूदगी
दिल्ली में बुलाई गई पदाधिकारियों की बैठक भाजपा गलियारों में खासतौर से इसलिए चर्चा में बनी हुई है कि राजे और पूनिया के एक बार फिर लम्बे समय बाद साथ मौजूदगी की संभावनाएं बन रही हैं। इससे पहले बीते कुछ दिनों में भी ऐसी संभावनाएं बनी पर लगातार टलती चली गईं।
राजे बीते कुछ दिनों से प्रदेश संगठन की बैठकों में शामिल नहीं हुई थीं। वे बीते दिनों ना तो प्रदेश भाजपा मुख्यालय में बुलाई गई कोर कमेटी बैठक में शामिल हुई और ना ही विधानसभा में भाजपा विधायक दल की बैठक में ही मौजूद रहीं। इन दोनों ही बैठकों में उन्होंने अपनी पुत्रवधू के स्वास्थ्य कारणों को अनुपस्थिति की वजह बताई।
राजे-पूनिया विवाद जारी
प्रदेश भाजपा से जुड़े नेता भले ही हर बार ये जता रहे हों कि पार्टी में सब कुछ ठीक चल रहा है, लेकिन सूत्रों की माने तो अंदरखाने गुटबाजी हावी होती दिख रही है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के समर्थक अगल-अलग मंच बनाकर प्रदेश संगठन के समानांतर गतिविधियां चला रहे हैं। जानकारी होने के बाद भी प्रदेश संगठन की ओर से इन पर अब तक रोक लगाने की कोई पहल नहीं हुई है।साभार