


Thar पोस्ट न्यूज। इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। हरियाणा के पंचकूला में सोमवार देर रात दिल्ली के बुराड़ी सामूहिक आत्महत्या जैसा मामला सामने आया है। यहां एक ही परिवार के सात सदस्यों की संदिग्ध मौत से सनसनी फैल गई।



प्राप्त जानकारी के मुताबिक मूलरूप से उत्तराखंड के रहने वाले परिवार में दंपत्ति, उनके तीन बच्चे और दो बुजुर्ग ने संदिग्ध हालत में जहर खा लिया। सातों को सेक्टर-26 के एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर एक को छोड़कर बाकी सभी को मृत घोषित कर दिया गया। जो बचा था, उसने सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया।घटना की सूचना मिलने के बाद पंचकूला की डीसीपी हिमांद्री कौशिक, डीसीपी क्राइम अमित दहिया व थाना पुलिस मौके पर पहुंची। सीन ऑफ क्राइम टीम और एसएफएल टीम ने भी मौके से सबूत जुटाए। प्राइवेट अस्पताल में खड़ी मृतक परिवार की उत्तराखंड नंबर वाली कार का भी मुआयना किया।
पुलिस की प्राथमिक जांच में यह मामला सामूहिक आत्महत्या का लग रहा है। सेक्टर 27 में एक खाली प्लॉट के सामने खड़ी कार में प्रवीण मित्तल (42), उनकी पत्नी, तीन बच्चे (एक बेटा व दो बेटियां) और प्रवीण के बुजुर्ग माता-पिता सोमवार रात सवा 12 बजे संदिग्ध अवस्था में मिले। राहगीरों ने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस बुलवाकर सातों को सेक्टर 26 के एक प्राइवेट अस्पताल पहुंचवाया। वहां पर प्रवीण को छोड़कर परिवार के बाकी सभी सदस्यों को मृत घोषित कर दिया गया। प्रवीण की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सेक्टर 6 के सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया गया लेकिन इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया। जांच में पुलिस को कार से बच्चों के स्कूल बैग, खाने पीने का सामान, कपड़े व अन्य चीजें मिली हैं।
परिवार पंचकूला में किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस के अनुसार परिवार के करीबी लोगों का कहना है कि प्रवीन मित्तल के परिवार पर भारी कर्ज था। कुछ समय पहले उन्होंने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस शुरू किया था। उसमें भी उनको घाटा हुआ। कर्ज से परेशान होकर परिवार ने इतना बड़ा कदम उठाया। वहीं, डीसीपी हिमाद्रि कौशिक ने बताया कि अभी स्थिति पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है। पुलिस टीम जांच में जुटी हुई हैं।

