


Thar पोस्ट न्यूज बीकानेर। पेयजल व्यवस्था में आखिर कब होगा सुधार।ल ? राजस्थान सरकार द्वारा नहर बंदी समाप्त करने का निर्णय लेने के बाद भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) को सूचित किया गया। रविवार सुबह से हरीके बैराज से 600 क्यूसेक और पोंग डैम से 6000 क्यूसेक पानी छोड़ना शुरू किया गया है। सबसे पहले बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर और सीकर जिलों में पेयजल की स्थिति में सुधार होगा।

नहरबंदी से इन जिलों में पीने के पानी की गंभीर समस्या है और केवल पहले से जमा किए गए पानी का ही वितरण किया जा रहा है। जल संकट के कारण एक दिन छोडक़र पानी देने की नीति चल रही है। नहर में नए पानी की आवक के बाद नियमित जलापूर्ति बहाल होने की उम्मीद है, जिससे लाखों लोगों को राहत मिलेगी। रविवार से छोड़ा गया पानी दो-तीन दिन में बीकानेर पहुंच जाएगा, जबकि जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर में पहुंचने में करीब सात दिन का समय लगेगा।
दो-तीन दिन में बीकानेर को मिलेगी राहत जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजेश राजपुरोहित के अनुसार, बीकानेर में वर्तमान में 10 दिन का जलभंडार उपलब्ध है। नए पानी की आवक के साथ ही प्रतिदिन जलापूर्ति की जा सकेगी। इस कदम से पश्चिमी राजस्थान के सभी प्रमुख शहरों में जल्द ही नियमित जलापूर्ति बहाल हो जाएगी। नहर में पानी की नई आवक से न केवल पेयजल संकट दूर होगा, बल्कि आने वाले समय में जलापूर्ति व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सकेगा।
इंदिरा गांधी नहर में 21 अप्रैल से चल रही नहर बंदी को समाप्त कर दिया गया है। हरिके बैराज से नहर को मिलने वाला पानी, जो 20 मई तक बंद रहना था, अब 10 दिन पहले ही शुरू कर दिया गया है। इस निर्णय से क्षेत्र के जल संकट में राहत मिलेगी, हालांकि जोधपुर और बाड़मेर तक पानी पहुंचने में करीब एक सप्ताह का समय लगेगा।

