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IMG 20250417 WA0025 आखातीज : बीकानेर स्थापना दिवस पर होंगे अनेक कार्यक्रम Bikaner Local News Portal बीकानेर अपडेट
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Thar पोस्ट न्यूज, बीकानेर। बीकानेर स्थापना दिवस पर अनेक कार्यक्रम होंगे। 29 अप्रेल 2025 को अपनी स्थापना के 538वें वर्ष में प्रवेश करेगा।ल राव जोधा के पुत्र राव बीका ने विक्रम संवत् 1545 मिति वैसाख सुदी 2 तद्नुसार ईसवी सन् 1488 दिनांक 12 अप्रेल (शनिवार) को श्रीकरणी माता के आशीर्वाद के साथ बीकानेर नगर की स्थापना की थी।  इस 537 वर्षों की अवधि में नगर ने विभिन्न क्षेत्रों में आशातीत प्रगति की है। बीकानेर कला, साहित्य, सांस्कृतिक वैभव व परम्पराओं को निभाने वाला शहर है।

संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर विकास न्यास, नगर निगम, देवस्थान विभाग, श्रीकरणी माता मंदिर प्रन्यास, देशनोक, महाराजा रायसिंह ट्रस्ट के सहयोग से प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर स्थापना दिवस उत्सव को मनाया जायेगा। राव बीकाजी संस्थान की ओर से प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बीकानेर नगर स्थापना दिवस के कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जा रही है। संस्थान की बैठक हिंदी विश्व भारती अनुसंधान परिषद् कक्ष में आयोजित हुई जिसमें इस वर्ष आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई।

इस वर्ष चार दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। राव बीकाजी संस्थान के महामंत्री श्री विद्यासागर आचार्य ने बताया कि इस वर्ष के कार्यक्रमों के लिये विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। इन समितियों के प्रभारी तथा सहप्रभारीगण को नियुक्त कर आयोजन संबंधित निर्देश प्रदान किये गये हैं। श्री आचार्य ने इस वर्ष के कार्यक्रमों की रूपरेखा को जारी करते हुए बताया कि इस बार के कार्यक्रम यादगार रहेंगे व बीकानेरीयत की बानगी प्रस्तुत करेंगे।

*सुनहरी यादों के प्रतीक क्लासिक रेडियो, ट्रांजिस्टर्स की प्रदर्शनी*

इस वर्ष के आयोजनों में सबसे पहले 26 अप्रेल 2025 को प्रातः 10 बजे सुदर्शन कला दीर्घा में क्लासिक रेडियो व ट्रांजिस्टर्स की प्रदर्शनी का उदघाटन होगा। रेडियो प्रदर्शनी के प्रभारी अज़ीज़ भुटटा ने बताया कि रेडियो हमारे जीवन का अहम हिस्सा रहा करता था। रेडियो के उसी सुनहरे दौर के साक्षी क्लासिक रेडियो के संग्रहकर्ता श्री दिनेश माथुर के संग्रह से बेशकीमती और अनूठे, अनोखे और हैरतअंगेज रेडियो पहली बार बीकानेर के आमजन के समक्ष प्रदर्शित किये जायेंगे। इस अवसर पर रेडियो इतिहास के गवाह रहे देशी विदेशी व ऐतिहासिक रेडियो व ट्रांजिस्टर्स को प्रदर्शित किया जाएगा। इस प्रदर्शनी के सहप्रभारी डॉ.मो.फारूख चौहान ने बताया कि प्रदर्शनी 26 अप्रेल से 28 अप्रेल तक तीन दिनों तक आमजन के अवलोकन के लिये खुली रहेगी। प्रदर्शनी का समापन दिनांक 28 अप्रेल की शाम को होगा।

लोकगीत परम्परा- गायन व विचार*

बीकानेर की सम़द्ध लोक गीत हरजस गायन परम्परा पर आधारित संगोष्ठी व लोकगायन की प्रस्तुति का आयोजन 27 अप्रेल को महाराजा नरेन्द्र सिंह ऑडिटोरियम में सायं 06 बजे होगा। आयोजन प्रभारी श्री कमल रंगा होंगे। श्री रंगा ने संगोष्ठी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बीकानेर में पुरूषों द्वारा गवरजा लोक गीतों के गायन की अनूठी परम्परा है। वहीं घर घर में हरजस व लोक गीत गाये जाते है। इसी परम्परा पर आधारित इस आयोजन में श्री जुगल किशोर ओझा पुजारी बाबा के मुख्य् आतिथ्य में गवरजा के गीतों के गायन की प्रस्तुति होगी। वहीं द्वारा लोक गीत प्रस्तुत किये जायेंगे। लोक गीतों की प्रस्तुति वरिष्ठ  लोक गायक सुशील छंगाणी व वरिष्ठ गायिका पदमा व्यास द्वारा दी जायेगी।

*त्रिभाषा काव्य संगम*

बीकानेर में हिंदी, राजस्थानी व उर्दू के साहित्यकारों ने निरंतर श्रेष्ठ सृजन के माध्यम से देश भर मे अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। त्रिभाषा काव्य संगम में बीकानेर के साहित्यकार तीनों भाषाओं में अपने रचनाकर्म को प्रस्तुत करेंगे। काव्य संगम का प्रभारी श्री इरशाद अज़ीज़ होंगे। सह प्रभारी डॉ. पवन दाधीच होंगे। श्री इरशाद ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि महाराजा नरेन्द्र सिंह ऑडिटोरियम में 28 मार्च को सायं 6 बजे त्रिभाषा काव्य संगम का आयोजन होगा। इसमें तीनों ही भाषाओं के श्रेष्ठ रचनाकार अपनी काव्य प्रस्तुतियां देंगे।

मीडिया का बदलता स्वरूप-तब और अब*

कार्यक्रमों की श्रृंखला के अन्तर्गत एक विचारगोष्ठी का आयोजन भी किया जायेगा। इसका विषय रहेगा ‘मीडिया का बदलता स्वरूप’। विचार गोष्ठी के प्रभारी श्री राजेन्द्र जोशी होंगे तथा सह प्रभारी श्री नरेन्द्र सिंह स्याणी व श्री रामलाल सोलंकी होंगे। श्री जोशी ने बताया कि 28 अप्रेल को इस विचार गोष्ठी  का आयोजन होगा, जिसमें बीकानेर के प्रिट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुडे पत्रकार वरिष्ठ पत्रकारों के साथ मीडिया के बदलते स्वरूप पर चर्चा करेंगे तथा इस विषय पर अपनी बात रखेंगे।

*बीकानेर संस्थापक राव बीकाजी प्रतिमा पूजन एवं सम्मान समारोह

मुख्य समारोह का आयोजन बीकानेर नगर स्थापना दिवस पर 29 अप्रेल को होगा। इस आयोजन के प्रभारी श्री प्रहलाद सिंह मार्शल होंगे। श्री मार्शल ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राव बीकाजी प्रतिमा स्थल पर 29 अप्रेल को प्रात: 07 बजे वेदपाठी ब्राह्मणों तथा राजगुरू द्वारा मंत्रोच्चार के साथ राव बीकाजी की प्रतिमा का विधिवत पूजन किया जायेगा।

इसके उपरान्त बीकानेर के नागरिकों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किये गये उत्कृष्ट योगदान के फलस्वरूप उन्हे सम्मानित किया जायेगा। मुख्य अवार्ड के साथ ही प्रशस्ति पत्र द्वारा भी युवाओं को सम्मानित किया जायेगा। श्री मार्शल ने बताया कि मुख्य समारोह आयोजन के सह प्रभारी श्री नरेन्द्र सिंह स्याणी, श्री अभिषेक आचार्य, श्री आत्माराम भाटी व सभी सदस्यगण होंगे।

बीकानेर की पाटा संस्कृति-फक्कड़पन और आलीजापन का सुंदर चित्रण किया

निबंध प्रतियोगिता में 119 प्रतिभागियों ने भाग लिया
राजस्थानी साफा-पाग, कला संस्थान एवं थार विरासत की ओर से नगर स्थापना दिवस के अवसर पर होने वाले आयोजनों की श्रृंखला में 537वें स्थापना दिवस पर आयोजित 7 दिवसीय उछब थरपणा के तहत आज समारोह के चौथे दिन निबंध प्रतियोगिता का सफल आयोजन हुआ।

समारोह संयोजक राजेश रंगा ने बताया कि ‘अलमस्त शहर बीकानेर’ विषयक निबंध प्रतियोगिता सफल रही। जिसमें बीकानेर के विभिन्न पक्षों को रखते हुए जैसे पाटा संस्कृति, मनमौजी, तीज त्यौहार, इतिहास एवं स्थापत्य-कला एवं परंपरागत्त संस्कृति के बारे में। निबंध में बहुत सुंदर चित्रण सहभागीयों ने अपनी-अपनी भाषा शैली में व्यक्त किए। जिसके माध्यम से आत्म संतोषी बीकानेर शहर के आलीजापन एवं फक्कड़पन को रेखांकित किया।
निबंध प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा ने गद्य की सशक्त विधा निबंध के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि निबंध के माध्यम से हम विषय की पूर्णता प्राप्त कर सकते है। आज लिखे गए सैकडों निबंध अपनी भाषा एवं शैली के कारण विभिन्नता लिए हुए थे, जो कि अपने आप में सुखद अनुभव रहा।
समारोह समन्वयक कला विशेषज्ञ कृष्णचन्द्र पुरोहित ने बताया कि आज की निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पांच स्थान पर क्रमशः विजेता रहे राधिका पुरोहित, भावना स्वामी, शैली सोलंकी, अक्षरा टाक, समृद्धी पारीक रहे। निबंध प्रतियोगिता के निर्णायक क्रमशः कुसुम किराडू, अर्चना शर्मा एवं राजकुमार सुथार थे।

निबंध प्रतियोगिता के प्रभारी नवनीत व्यास एवं आशीष रंगा ने बताया कि विभिन्न विद्यालयों के 119 प्रतिभागियों ने इस महत्वपूर्ण विषय का अच्छा निवर्हन किया है।

समारोह के पांचवे दिन खेल संवाद का आयोजन दोपहर 4 बजे नत्थूसर गेट बाहर स्थित लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन सदन में रखा गया है। जिसमे विभिन्न खेलों से जुडी प्रतिभाएं खेल और खिलाड़ी को लेकर वैचारिक मंथन करेंगे।


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