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IMG 20250414 142752 मधुमेह : डायबिटीज कितने तरह की होती है? ये है शारीरिक लक्षण व भ्रंतियाँ Bikaner Local News Portal देश
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Thar पोस्ट न्यूज। बदलती जीवन शैली के चलते भारत अब विश्व का सबसे बड़ा शुगर प्रभावित देश बनता जा रहा है। दरअसल, Diabetes दो तरह की होती है। सवाल यह है कि शुगर क्यो होती है ? चिकित्सकों के अनुसार हमारे शरीर में बनने वाला एक हार्मोन है इंसुलिन (Insulin). ये हार्मोन बॉडी में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। शरीर मे पैंक्रियाज (Pancreas) नाम की एक ग्रंथि में ये हार्मोन बनता है. इसका काम खून में मौजूद शुगर को सोखना होता है. जब बॉडी में इंसुलिन बनता ही नहीं या सेल्स इंसुलिन के प्रति संवेदनशील  नहीं रह जाते तो खून में शुगर का लेवल (Bloos Sugar Levels) बढ़ने लगता है. इसी स्थिति को डायबिटीज या मधुमेह कहते हैं।

टाइप 1 टाइप 2 डायबिटीज क्या होती है?

चिकित्सको के मुताबिक यह दो तरह का होता है. टाइप 1 और 2. मधुमेह के दो प्रकार है और इसके लक्षण ये है

टाइप 1 डायबिटीज?

पहले बात टाइप 1 डायबिटीज की। इसमें बॉडी इंसुलिन बनाना बंद कर देती है. यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है. मतलब इम्यून सिस्टम पेंक्रियाज की सेल्स पर हमला कर उन्हें खत्म कर देती हैं। हालांकि साइंटिस्ट ये पता लगाने में सफल नहीं हुए हैं कि ऐसा क्यों होता है. इसे जेनेटिक्स और वायरल इन्फेक्शन से भी जोड़कर देखा जाता है. टाइप 1 डायबिटीज बहुत कम उम्र में या कभी-कभी जन्‍म से हो सकती है।

टाइप-1 डायबिटीज के लक्षणों में ज्यादा प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, सुस्ती और थकावट महसूस करना, स्‍किन पर लगे कट या घाव ठीक होन में देर लगना या ठीक न होना, भूख ज्‍यादा लगना, खुजली, स्‍किन इंफेक्‍शन, धुंधला दिखना, तेजी से वजन कम होना, मूड स्‍वींग्‍स वगैरह हैं।

टाइप 2 डायबिटीज में शरीर में या तो इंसुलिन कम बनता है या फिर बॉडी सेल्स इंसुलिन के प्रति संवेदनशील नहीं रह जातीं. टाइप 2 डायबिटीज अधेड़ और वृद्ध लोग. मोटे और कम शारीरिक मेहनत करने वाले युवाओं को हो सकता है.।

टाइप-2 डायबिटीज के लक्षण कई बार पता ही नहीं चलते और यह रोग अंदर ही अंदर बढ़ता जाता है. टाइप-2 डायबिटीज में टाइप-1 के सभी लक्षण देखने को मिल सकते हैं. इनके अलावा जननांगों के आसपास खुजली महसूस होना, चिड़चिड़ापन और बार-बार मूड बदलना भी हो सकते हैं. टाइप-2 के अन्य लक्षणों में त्वचा पर काले रंग के चकत्ते भी नजर आ सकते हैं. जांघ या गर्दन पर भी ऐसे काले धब्बे हो सकते हैं.।

कैसे पता चलेगा कि आपको

हालांकि इसके लिए चिकित्सक जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाता है लेकिन टाइप 1 डायबिटीज में बहुत ज्यादा भूख और प्यास लगती है. अपने आप ही वजन कम होने लगता है. बार-बार पेशाब आती है और आंखों की रोशनी कमजोर हो जाती है. इसमें काफी ज्यादा थकान भी महसूस होती है. मूड में बदलाव का एहसास भी हो सकता है. अगर किसी को भी ये सारे लक्षण है तो उसे टाइप 1 डायबिटीज हो सकती है. इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण भी लगभग टाइप 1 डायबिटीज के समान ही होते हैं. सभी टेस्ट करने के बाद पता किया जा सकता है कि किसी को भी टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज है।

ये है उपाय

यह जीवन शैली से जुड़ा रोग है। इसके लिए सर्वप्रथम अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित नियमित करें। स्वयं को अधिक सक्रिय रखें। योग, व्यायाम करें। नियमित पैदल चलें। ड्राई फ्रूट व खट्टे फलों का सेवन करें। मिठाई, आलू  चावल, अंगूर का सेवन कम से कम करें। सप्ताह में एक दिन व्रत, उपवास भी करें। चिकित्सक के संपर्क में रहकर मार्गदर्शन लें।


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